Google CEO Sundar Pichai बने अरबपति, जानिए उनकी कुल संपत्ति

Google CEO Sundar Pichai अब दुनिया के अरबपतियों की सूचि में शामिल हो गए हैं। उन्होंने हाल ही में यह उपलब्धि हासिल की है। पिचई की टोटल नेट वर्थ में भारी इजाफा हुआ है।
Google CEO Sundar Pichai बने अरबपति
गूगल और इसकी मूल कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचई ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। वे अब दुनिया के अरबपतियों की सूचि में शामिल हो गए हैं। उनकी कुल संपत्ति अब 1.1 अरब डॉलर से अधिक हो गई है। अगर भारतीय मुद्रा में आंके तो पिचई की कुल संपत्ति 9508 करोड़ रुपए हो गई है। इसी के साथ वे टेक इंडस्ट्री में नॉन फाउंडर सीईओ के रूप में अरबपति बनने वाले पहले व्यक्ति बन गए हैं।
सुंदर पिचई के अरबपति बनने का सफर
पिचई की संपत्ति में वृद्धि का कारण अल्फाबेट के शेयरों में जबरदस्त उछाल आना है। उनके नेतृत्व में अल्फाबेट कंपनी ने 2015 से 483 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की है। जिससे कंपनी का बाजार पूंजीकरण 484 अरब डॉलर से बढ़कर 2.4 ट्रिलियन डॉलर हो गया। इसके अलावा उनकी आय का बड़ा हिस्सा स्टॉक अवार्ड्स और उनकी सैलरी से आता है। गत वर्ष उनका वेतन 91.42 करोड़ रुपए था।
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स की रिपोर्ट के अनुसार पिचई की नेट वर्थ
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर की रिपोर्ट के अनुसार, Sundar Pichai की टोटल नेटवर्थ 1.1 अरब डॉलर के करीब पहुंच गई है। यह उपलब्धि उनके नेतृत्व में गूगल की क्लाउड कंप्यूटिंग यूनिट और AI संचालित विकास के कारण हुई।
गूगल कंपनी का प्रदर्शन
अल्फाबेट ने हाल ही में अप्रैल-जून 2025 की तिमाही में 28.2 अरब डॉलर का मुनाफा कमाया। कंपनी ने पहली बार लाभांश भी घोषित किया। जिसने शेयर धारकों के बीच उत्साह बढ़ाया।
सुंदर पिचई का करियर और सफर
सुंदर पिचई का जन्म 10 जून 1972 को तमिलनाडु के मदुरै के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता रघुनाथ पिचई एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे। माता लक्ष्मी एक स्टेनोग्राफर थीं। सुंदर पिचई ने चेन्नई के जवाहर नवोदय स्कूल और वना वाणी से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने IIT खड़गपुर मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की।
सुंदर पिचई ने स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मटेरियल साइंस में एमएस और पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के वार्टन स्कूल से MBA की डिग्री हासिल की।
पिचई की गूगल में एंट्री
सुंदर पिचई ने 2004 में गूगल ज्वाइन किया। जहां उन्होंने प्रोडक्ट मैनेजमेंट और इनोवेशन में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने Google Chrome, Chrome OS, Google Drive , gmail और Google Maps जैसे उत्पादों के विकास में अहम योगदान दिया। 2015 में वे गूगल के सीईओ बने और 2019 अल्फाबेट के सीईओ बनाया गया।
Sundar Pichai की सादगी और संघर्ष
सुंदर का बचपन साधारण परिस्थितियों में गुजरा। उनके परिवार को लैंडलाइन टेलीफोन कनेक्शन के लिए पांच साल तक इन्तजार करना पड़ा था। पिचई ने पहली बार कंप्यूटर कॉलेज में ही देखा था।
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पत्नी अंजलि की भूमिका
सुंदर की पत्नी अंजलि ने उनके करियर में अहम भूमिका निभाई है।आईआईटी खड़गपुर में उनकी क्लासमेट रही अंजलि ने उन्हें माइक्रोसॉफ्ट और ट्विटर जैसे ऑफर ठुकराकर गूगल में रहने की सलाह दी। जिसका परिणाम आज सबके सामने है। सुंदर पिचई की कहानी उन लोगों के लिए एक प्रेरणा है जो सीमित संसाधनों के साथ बड़े सपने देखते हैं।