उत्तराखंड में अग्निवीर भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में दिनेशपुर पुलिस स्टेशन में जाट रेजीमेंट में तैनात एक सैनिक को भी अरेस्ट किया गया है। आरोपियों के पास से नकदी हथियार और दस्तावेज बरामद हुए हैं।
पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने इस वर्ष तीनों सेनाओं में अग्निवीर भर्ती योजना की घोषणा की थी। जिसकी भर्ती प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अग्निवीर योजना के तहत भारतीय वायुसेना , थलसेना और नेवी में भर्तियां की जानी है। चयनित अग्निवीरों का कार्यकाल चार साल का होगा। हालांकि, सेनाओं के मापदंडों पर खरा उतरने वाले 25 फीसदी अग्निवीरों के कार्यकाल को बढ़ाया जाएगा। इन सबसे इतर , रिश्वतखोरों ने अग्निवीर योजना में भी सेंधमारी शुरू कर दी है और नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं को ठगना शुरू कर दिया है। ऐसा पहला मामला उत्तराखंड से सामने आया है।
दो ठग गिरफ्तार
यह मामला उत्तराखंड के उधम सिंह नगर का है। जहां अग्निवीर भर्ती का झांसा देकर सैंकड़ों युवाओं के साथ धोखधड़ी की गई है। धोखाधड़ी के मामले में उत्तराखंड पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक भारतीय सेना में तैनात सैनिक भी शामिल है। इन दोनों आरोपियों पर काफी युवाओं ने अग्निवीर बनाने के नाम पर पैसे ऐंठने का आरोप लगाया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से शैक्षणिक प्रमाण पत्र , नकदी और एक तमंचा बरामद किया है।
मामला दर्ज
धोखधड़ी के इस मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी मंजुनाथ टीसी ने बताया ,” तीन नवंबर को प्रतापपुर के रहने वाले तपस नाम के युवक ने नानकमता थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें उसने कहा था कि देवनगर के रहने वाले विक्की मंडल और मछियाड निवासी पंकज सिंह ने अग्निवीर भर्ती कराने के नाम पर पचास हजार रुपए लिए थे। जब उसने अपने पैसे वापस मांगे तो उसे दोनों ने पीटा।
पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को दिनेशपुर से गिरफ्तार किया। पुलिस की पूछताछ में दोनों आरोपियों ने कबूल किया कि अब तक वे 200 से अधिक लोगों को ठग चुके हैं। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
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