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Ajit Doval reveals: ISI ने मुसलमानों से ज्यादा हिंदुओं भर्ती की, जानें पूरा सच

Ajit Doval reveals ISI Indian espionage cases

Ajit Doval reveals ISI : NSA अजीत डोभाल ने 2014 में कहा था कि ISI ने भारतीय जासूसी के लिए मुसलमानों से ज्यादा हिंदुओं की भर्ती की है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

NSA अजीत डोभाल का ब्यान

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने वास्तव में 2014 में ऑस्ट्रेलिया इंडिया इंस्टीट्यूट के एक कार्यक्रम में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा भारत में भर्ती किए गए जासूसों के बारे में बात की थी।

Ajit Doval reveals ISI: उन्होंने कहा था कि 1947 से अब तक के लगभग 4,000 जासूसी मामलों में आईएसआई द्वारा भर्ती किए गए लोगों में मुसलमानों की संख्या 20% से कम है, यानी अधिकांश गैर-मुस्लिम (जिनमें हिंदू शामिल हैं) थे।

Ajit Doval reveals ISI: अजीत डोभाल के ब्यान का मतलब

यह बयान उस समय वैश्विक आतंकवाद पर एक व्याख्यान के संदर्भ में आया था। जहां अजीत डोभाल ने जोर दिया कि जासूसी और आतंकवाद में धर्म से अधिक आर्थिक प्रलोभन, असंतोष या अन्य कारक भूमिका निभाते हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आईएसआई की रणनीति में भारत के विभिन्न समुदायों को निशाना बनाना शामिल है, लेकिन मुसलमानों को प्राथमिकता नहीं दी जाती जैसा कि कभी-कभी धारणा बनाई जाती है।

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का पुराना वीडियो वायरल

हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर इसका वीडियो फिर से शेयर किया जा रहा है, जिसे नया खुलासा बताया जा रहा है, लेकिन फैक्ट-चेक से साबित होता है कि यह 11 साल पुराना वीडियो है। आधिकारिक स्रोतों या हाल की न्यूज रिपोर्ट्स में ऐसा कोई नया बयान दर्ज नहीं है। डोभाल के हाल के भाषणों (जैसे अक्टूबर 2025 में आतंकवाद पर) में पाकिस्तान और आईएसआई पर टिप्पणियां हैं, लेकिन इस आंकड़े का जिक्र नहीं है।

बार बार वायरल होता है अजीत डोभाल का वीडियो

यह दावा अक्सर राजनीतिक बहस में इस्तेमाल होता है, लेकिन संदर्भ से बाहर निकालकर पेश करने से भ्रम फैलता है। वास्तविकता में, भारत की खुफिया एजेंसियां जैसे आईबी और रॉ लगातार ऐसे मामलों की निगरानी करती रहती हैं।

Ajit Doval reveals ISI: भाषण का वीडियो

Ajit Doval reveals ISI: यह भाषण राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने ऑस्ट्रेलिया इंडिया इंस्टीट्यूट, यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न में दिया था। भाषण का वीडियो यूट्यूब पर उपलब्ध है। भाषण लगभग 45-50 मिनट लंबा था।

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