इस महीने के आखिर में बैंक लगातार 4 दिन बंद रहेंगे। सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंक अधिकारियों की 4 यूनियनों ने 10 सरकारी बैंकों के विलय की घोषणा के विरोध में 26 और 27 सितंबर को हड़ताल की धमकी दी है।
इंडियन Banks एसोसिएशन को भेजे नोटिस में अधिकारियों की यूनियनों ने कहा है कि उनका बैंकिंग क्षेत्र में विलय के खिलाफ हड़ताल पर जाने का प्रस्ताव है। भारत सरकार ने 30 अगस्त को सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों का एकीकरण कर चार बैंक बनाने की घोषणा की थी। यूनियन के नेता ने यह भी कहा है कि नवंबर के दूसरे सप्ताह से राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं।
आल इंडिया बैंक ऑफिसर एसोसिएशन ,आल इंडिया बैंक कर्मचारी कनफेडरेशन, इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस और नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ़ बैंक ऑफिसर्स ने संयुक्त रूप से हड़ताल का नोटिस दिया है। इसके अलावा बैंक यूनियनों की पांच दिन का सप्ताह करने की भी मांग है। बैंक यूनियनों ने सतर्कता से संबंधित मौजूदा प्रक्रियाओं में बाहरी एजेंसियों का हस्तक्षेप रोकने ,सेवानिवृति से संबंधित कर्मचारियों के मुद्दे सुलझाने , पर्याप्त भर्तियां करने ,एनपीएस को खत्म करने और ग्राहकों के लिए सेवा शुल्क कम करने की मांग रखी है।
एसबीआईओसी चंडीगढ़ के महासचिव दीपक कुमार शर्मा ने कहा कि देश भर में नेशनल बैंक 25 सितंबर मध्यरात्रि से 27 सितंबर मध्यरात्रि तक हड़ताल पर रहेंगे। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय के विरोध और अपनी अन्य मांगों के समर्थन में बैंक कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है।
आपको बता दें, 26 और 27 सितंबर को हड़ताल रहेगी 28 सितंबर को महीने का आखिरी शनिवार और 29 सितंबर को रविवार रहेगा।