सुप्रीम कोर्ट द्वारा किसान आंदोलन को लेकर बनाई गई 4 सदस्यीय कमेटी से भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपिंदर सिंह मान ने खुद को अलग कर लिया है।
भूपिंदर सिंह मान ने एससी की कमेटी से खुद को अलग किया
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित की गई कमेटी के चारों सदस्यों के नाम को लेकर शुरू से ही बवाल हो रहा था। आंदोलन कर रहे किसानों का कहना है कि भूपेंद्र सिंह मान प्रमोद जोशी अनिल धनवंत अशोक गुलाटी पहले से ही तीनों कृषि कानूनों का समर्थन कर चुके हैं।
फोटोः भूपिंदर सिंह मान का स्टेटमेंट
भूपिंदर सिंह मान ने कमेटी में शामिल करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का आभार जताया उन्होंने लिखा कि एक किसान और संगठन का नेता होने के नाते में किसानों की भावना जानता हूं। मैं अपने किसानों और पंजाब के प्रति वफादार हूं। इनके हितों से कभी कोई समझौता नहीं कर सकता। मैं इसके लिए कितने भी बड़े पद या सम्मान की बलि चढ़ा सकता हूं। मैं कोर्ट की ओर से दी गई जिम्मेदारी निभा नहीं सकता। मैं खुद को इस कमेटी से अलग करता हूं।
ये है 4 सदस्यीय कमेटी
मंगलवार के दिन सुप्रीम कोर्ट ने किसान आंदोलन को लेकर 4 सदस्यीय कमेटी बनाई थी। जिसके सदस्य अनिल धनवंत महाराष्ट्र के बहुत चर्चित शेतकरी संगठन के प्रमुख अनिल धनवंत की किसानों पर पकड़ मानी जाती है। इस संगठन की शुरुआत किसान नेता शरद जोशी ने की थी। जिनकी मांग थी कि किसानों को खुले बाजार में आने का अवसर मिले।
प्रमोद जोशी नेशनल अकैडमी ऑफ़ एग्रीकल्चर रिसर्च मैनेजमेंट के डायरेक्टर रह चुके हैं। प्रमोद कुमार जोशी को आर्थिक कृषि मामलों का जानकार माना जाता है।
अशोक गुलाटी कृषि विशेषज्ञ अशोक गुलाटी आई सी आर आई ई आर में 3 साल प्रोफेसर रह चुके हैं। भारत सरकार को एमएसपी के मुद्दे पर सलाह देने वाली कमेटी के सदस्य भी रह चुके हैं। 2015 में उन्हें पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया था।
भूपिंदर सिंह मान पूर्व राज्यसभा सांसद, भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष इसके साथ ही वह ऑल इंडिया किसान कोआर्डिनेशन कमेटी के चीफ भी हैं।