Site icon www.4Pillar.news

JNU छात्रों पर पुलिस लाठीचार्ज को लेकर भड़की बॉलीवुड एक्ट्रेस

फीस वृद्धि को लेकर पिछले कई दिनों से जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में छात्र हड़ताल पर हैं। छात्र अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसको दबाने के के लिए दिल्ली पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया। इस लाठीचार्ज में कई छात्रों को काफी चोटें आई। जिस पर बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर और पूजा भट्ट ने रोष व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर पुलिस पर भड़कते हुए खूब खरी खोटी सुनाई।

फीस वृद्धि को लेकर पिछले कई दिनों से जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में छात्र हड़ताल पर हैं। छात्र अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसको दबाने के के लिए दिल्ली पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया। इस लाठीचार्ज में कई छात्रों को काफी चोटें आई। जिस पर बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर और पूजा भट्ट ने रोष व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर पुलिस पर भड़कते हुए खूब खरी खोटी सुनाई।

देश के सबसे बड़े विश्वविद्यालय जेएनयू में पिछले कई दिनों से सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। JNU के छात्र इन दिनों फीस वृद्धि को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों के विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया। जिसमें कई छात्र घायल हो गए। पुलिस के इस कृत्य की चारों तरफ निंदा हो रही है। सोशल मीडिया पर पुलिस द्वारा छात्रों पर किए गए लाठीचार्ज की खूब आलोचना हो रही है। पुलिस के इस रवैये पर बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर और पूजा भट्ट ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस पर अपनी भड़ास निकली है।

बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने पुलिस के इस बर्ताव पर सवाल उठाते हुए ट्वीटर पर लिखा ,” जेएनयू के छात्र फीस बढ़ोतरी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भारत में जन्में सभी बच्चों के लिए कर रहे हैं। यही नहीं यह कम आय वाले परिवारों में जन्में बच्चों के लिए भी है। क्वालिटी हायर एजुकेशन सिर्फ ऐसे कुछ लोगों की बपौती क्यों रहे जो संसाधनों से लैस हैं ? इस तरह स्वरा भास्कर ने पुलिस और प्रशासन पर अपनी भड़ास निकाली है।

Table of Contents

Toggle

वहीँ, बॉलीवुड अभिनेत्री पूजा भट्ट ने भी जेएनयू के छात्रों का समर्थन करते हुए पुलिस पर निशाना साधते हुए ट्वीट करते हुए लिखा ,” शिक्षा कोई विशेषाधिकार नहीं है। इस पर सबका उतना ही अधिकार है , जितना साफ हवा में सांस लेना। जेएनयू के छात्रों के साथ पुलिस का ऐसी बर्बरता के साथ बर्ताव करना बेहद परेशान करने वाला है। क्या वह भूल जाते हैं कि उनका प्राथमिक कर्तव्य सेवा और सुरक्षा करना है। हिंसा का सहारा क्यों ? छात्रों के खिलाफ ? “

Exit mobile version