प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक टीवी चैनल को दिए गए एक इंटरव्यू में कहा,जब अभिनंदन की घटना घटी तो सभी दलों को कहना चाहिए था कि हमें देश की सेना पर गर्व है कि उसने पाकिस्तान का एफ -16 लड़ाकू विमान मार गिराया है। इसकी बजाय अभिनंदन वापिस कब आएगा पूरा विपक्ष उस और चल पड़ा।
“उस दिन रात को विपक्ष ने कैंडल लाइट मार्च निकलने और पुलवामा हमले को मुद्दा बनाने का षड्यंत्र तैयार कर लिया था। वो तो शाम को 4-5 बजे तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अभिनन्दन की रिहाई की घोषणा कर दी। जिससे इनकी योजना धरी की धरी रह गयी” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक टीवी चैंनल को कहा।
प्रधान मंत्री मोदी द्वारा कहे गए इन शब्दों के बाद ट्विटर पर सवालों की बाढ़ आ गई। लोग पूछने लगे कि क्या प्रधानमंत्री विंग कमांडर अभिनंदन को वापिस नहीं लाना चाहते थे ? पत्रकार रोहिणी सिंह ने ट्वीट किया -क्या चौंकाने वाली टिप्पणी है। पूरा देश अभिनंदन को लेकर चिंतित था और वह अपनी सुरक्षित वापसी चाहता था। प्रधानमंत्री को क्यों दुख पहुंचाना चाहिए?
What a shocking comment. The whole country was concerned about Abhinandan and wanted his safe return. Why should that hurt the Prime Minister? https://t.co/RujijR9y16
— Rohini Singh (@rohini_sgh) March 29, 2019
एक आलोचक रोफ़ल गाँधी ने ट्वीट किया – छुपाये नहीं छुप रही साहेब की नीचता।
जिंदा सैनिक खाक का, मरा सैनिक 15 लाख का।
छुपाये नहीं छुप रही साहेब की नीचता।
जिंदा सैनिक खाक का, मरा सैनिक 15 लाख का। https://t.co/kQ5aWocpOC— Rofl Gandhi (@RoflGandhi_) March 29, 2019
जब अभिनंदन की घटना घटी तो मुझे मेरे बूथ मजबूत करने की जगह अभिनंदन को वापिस लाने का प्रयास करना चाहिए था।
लेकिन मैं तो गिद्ध हूँ जवानों की लाशों से लोकसभा सीट का गुणा- भाग करता हूँ - चोर चोकीदार नरेंद्र मोदी https://t.co/f4bWGLTOT2
— Foreign Affairs Minister Anahat🕴️ (@UntoldStorY06) March 29, 2019
अमित त्यागी लिखते हैं-मित्रो, हमारे विंग कमांडर की सुरक्षा हमारी चिंता नहीं होनी चाहिए। बल्कि, बालाकोट में किसी आतंकवादी को नहीं मारने वाली स्ट्राइक पर मोदी के झूठे बयान, हमारा ध्यान केंद्रित होना चाहिए था।
Mitron, safety of our Wing commander should have not been our concern.
Rather, false bravado of Modi, on a strike that killed no terrorist in Balakote, should have been our focus.
Afterall, votes in name of soldiers, is all that matters to Modi, not soldiers. https://t.co/3vBDlKhP7m
— Amit Tyagi (@hiambuj) March 29, 2019
मतलब मोदी नहीं चाहता था कि अभिनंदन वापस आये और वो देश को कुछ दिन और आग में झोंक कर अपने लिए वोटों का इंतजाम कर सके! https://t.co/C7yc2j5x2d
— Kapil (@kapsology) March 29, 2019
कपिल ने लिखा-मतलब मोदी नहीं चाहता था कि अभिनंदन वापस आये और वो देश को कुछ दिन और आग में झोंक कर अपने लिए वोटों का इंतजाम कर सके।
ऐसे ही ट्विटर पर बहुत सारे लोगों ने प्रधानमंत्री के इस ब्यान पर ट्रोल किया। कुछ लोगों ने तो अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया जिसको हम यहां नहीं छाप सकते।