DY Chandrachud news: भारत के मुख्य न्यायाधीश के पद पर दो साल से अधिक समय तक CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने कई अहम फैसले सुनाए। चीफ जस्टिस 10 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं।
भारत के प्रधान न्यायाधीश के पद पर दो साल से भी अधिक समय तक रहे सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को सेवानिवृत हो रहे हैं। उनकी जगह जस्टिस संजीव खन्ना लेंगे। शनिवार और रविवार की कोर्ट की छुट्टी होने के कारण वर्तमान मुख्य न्यायाधीश का कार्यकाल 8 नवंबर को समापत हो गया। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के बार एसोशियन में जस्टिस चंद्रचूड़ का विदाई समारोह हुआ।
अपने विदाई समारोह में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने मशहूर शायर बशीर बद्र की शायरी का हवाला देकर आलोचनाओं का जवाब दिया। एससीबीए के विदाई समारोह में सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा,” मुखालिफत से मेरी शख्सियत संवरती है। मैं दुश्मनों का बड़ा एहतराम करता हूं। ” उन्होंने कहा, ” मैं शायद पुरे सिस्टम में सबसे ज्यादा ट्रोल होने वाला जज हूं। ”
अपने लगभग दो साल के कार्यकाल के दौरान CJI चंद्रचूड़ ने कई ऐसे महत्वपूर्ण फैसले सुनाए हैं जो वर्षों तक याद किए जाएंगे। उन्होंने धारा 370 को सही ठहराया और राम मंदिर के विवादित मुद्दे पर अहम फैसला सुनाया।
DY Chandrachud का अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद पर फैसला
लगभग पिछले 200 वर्षों से विवादित अयोध्या राम जन्मभूमि पर मुद्दे पर नवंबर 2019 में पांच जजों के बेंच ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया। अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद पर फैसला सुनाने वाली सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ भी शामिल थे।
राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया ऐतिहासिक फैसला
DY Chandrachud ने धारा 370 को सही ठहराया
केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को खत्म कर केंद्र शासित प्रदेश में विभाजित किया था। सरकार के इस फैसले का विरोध हुआ और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। 11 दिसंबर 2023 को सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की खंडपीठ ने केंद्र सरकार के फैसले को सही ठहराया। इस फैसले सुनाने वाली बेंच का हिस्सा सीजेआई चंद्रचूड़ भी थे।
DY Chandrachud का एलेक्ट्रोल बॉन्ड पर फैसला
इसी वर्ष एलेक्ट्रोल बॉन्ड के जरिए राजनीतिक पार्टियों को चंदा देने वाले मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना अहम फैसला सुनाया। सीजीआई डीवाई चंद्रचूड़ की खंड पीठ ने इलेक्टोरल बॉन्ड को अवैध ठहराते हुए बैन किया। इतना ही नहीं अदालत ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को इलेक्टोरल बॉन्ड द्वारा चंदा दानकर्ताओं के नाम उजागर करने का भी आदेश दिया। ये मुद्दा काफी चर्चा में रहा। विपक्ष ने पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल की सरकार की खूब आलोचना की थी।
DY Chandrachud का निजता के अधिकार पर फैसला
सुप्रीम कोर्ट की 9 जजों की खंडपीठ ने निजता और आधार से जुड़े मामले पर अपना फैसला सुनाया। फैसला सुनाने वाली बेंच के अध्यक्ष सीजेआई DY Chandrachud ने फैसला लिखा था।
कोर्ट सुनवाई का लाइव टेलीकास्ट
प्रधान न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने अपने कार्यकाल के दौरान सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट और जिला अदालतों में मुकदमों की सुनवाई के सीधा प्रसारण करवाने का आदेश दिया और व्यवस्था करवाई। इसके अलावा उन्होंने राफेल डील मुद्दे पर भी अहम फैसला सुनाया।