हिंडनबर्ग रिसर्च ने दिया भारत में कुछ बड़ा होने का संकेत! अब गौतम अडानी के बाद अगला कौन?
24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च ग्रुप ने भारतीय कारोबारी गौतम अडानी के अडानी ग्रुप को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए थे। जिसके बाद अडानी ग्रुप की कंपनियों की मार्किट वैल्यू 86 बिलियन डॉलर घट गई थी। अब एक बार फिर हिंडनबर्ग भारत में नया खुलासा करने जा रहा है।
पिछले साल अमेरिकी शार्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग ने भारतीय शेयर मार्किट में भूचाल ला दिया था। हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। जिसके बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली थी। अब फिर हिंडनबर्ग ने एक और खुलासा करने के संकेत दिए हैं। शार्ट सेलिंग कंपनी ने एक्स पर एक पोस्ट कर कहा कि भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है। इस पोस्ट के बाद एक बार फिर हलचल मच गई है। लोग यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि अडानी के बाद हिंडनबर्ग का अगला शिकार कौन होगा।
भारतीय शेयर मार्किट को रेगुलेट करने वाली संस्था सेबी ने कारोबारी गौतम अडानी और अमेरिकी शार्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग में मामले में बड़ा खुलासा किया है। SEBI ने न्यूयॉर्क के हेज फंड मैनेजर मार्क किंगडन और हिंडनबर्ग के के संबंधो पर जानकारी दी है। सेबी ने कहा कि हिंडनबर्ग ने गौतम अडानी पर रिपोर्ट पब्लिश करने से दो महीने पहले ही मार्क किंग्डन के साथ साझा की थी। जिससे मार्क किंगडन ने बड़ा लाभ कमाया।
सेबी ने अपनी 46 पेज की रिपोर्ट में कहा कि अमेरिकी शार्ट सेलिंग कंपनी और मार्क किंगडन ने मई 2021 में एग्रीमेंट किया था। इसी एग्रीमेंट के तहत जनवरी 2023 में प्रकाशित हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के पहले दोनों के बीच ड्राफ्ट रिपोर्ट साझा की गई थी।
SEBI की रिपोर्ट के अनुसार , कोटक महिंद्रा इन्वेस्टमेंट लिमिटेड में हिस्सेदारी रखने वाले किंगडन कैपिटल ने जनवरी 2023 मीन भारतीय शेयर मार्कीट में उथल पुथल के दौरान तगड़ा मुनाफा कमाया। रिपोर्ट में कहा गया कि किंगडन कैपिटल ने अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड में शार्ट सेलिंग के लिए कथित तौर पर 44 मिलियन डॉलर के करीब ट्रांसफर किया था। जिसने बाद में शार्ट पोजीशन के जरिए 22 मिलियन डॉलर से अधिक का लाभ कमाया।
वहीं, 24 जनवरी 2023 को अडानी पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयर 3422 से लुढ़क कर 1404.85 रुपए तक आ गए थे। कंपनी के शेयरों में 60 फीसदी के करीब की गिरावट देखने को मिली थी।
सेबी ने अपनी जांच में पाया कि मार्क किंगडन के नियंत्रण वाली कंपनी ‘के इंडिया ओप्पर्टूनिटीज फंड ‘ ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पब्लिश होने के कुछ समय पहले ही ट्रेडिगं शुरू की थी।
हालांकि , कोटक महिंद्रा बैंक ने मार्क किंगडन और हिंडनबर्ग के संबंधो की जानकारी होने से पल्ला झाड़ लिया है। बैंक ने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। फ़िलहाल सवाल ये बाकि है कि हिंडनबर्ग भारत में गौतम अडानी के बाद अपना अगला निशाना किसको बनाएगा।