आम आदमी पार्टी 62/70
बीजेपी 8/70
कांग्रेस पार्टी 00 /70
गृह मंत्री अमित शाह ( Home Minister Amit Shah) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार मिलने के बाद कहा कि भारत पाक मैच और गोली मारो जैसे बयानों से बीजेपी नेताओं को बचना चाहिए था।गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार मिलने के बाद कहा कि भारत पाक मैच और गोली मारो जैसे बयानों से बीजेपी नेताओं को बचना चाहिए था।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में भारतीय जनता पार्टी को अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी से करारी हार मिली है। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को कहा कि हो सकता है पार्टी नेताओं द्वारा दिए गए नफरत भरे बयानों के कारण भारतीय जनता पार्टी को चुनाव में नुकसान उठाना पड़ा हो। उन्होंने कहा की गोली मारो और भारत पाक जैसे बयानों से बीजेपी नेताओं को बचना चाहिए था। पार्टी इस तरह के बयानों से खुद को अलग रखती है।
अमित शाह ने पीटीआई से कहा कि हम सिर्फ हार या जीत के लिए चुनाव नहीं लड़ते। चुनाव बहुत सारे दलों के लिए सरकार बनाने और सरकार गिराने के लिए होते हैं। भारतीय जनता पार्टी एक विचारधारा पर आधारित पार्टी है। हम सिर्फ जय पराजय के लिए चुनाव नहीं लड़ते। मेरा आकलन गलत साबित हुआ था
आपको बता दें मॉडल टाउन से बीजेपी के उम्मीदवार और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कपिल मिश्रा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तुलना भारत-पाकिस्तान के मैच क्रिकेट मैच की थी उन्होंने ट्वीट किया था,” 8 फरवरी को दिल्ली की सड़कों पर हिंदुस्तान और पाकिस्तान का मुकाबला होगा। कपिल मिश्रा के इस बयान पर चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया था और उन्हें ट्वीट डिलीट करने का निर्देश दिया था।
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक चुनावी रैली के दौरान गोली मारो वाला बयान दिया था। वहीं दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे और बीजेपी विधायक प्रवेश वर्मा ने अरविंद केजरीवाल को आतंकवादी तक बता डाला था।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक रैली के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अरविंद केजरीवाल पर शाहीन बाग़ में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं को बिरयानी पहुंचाने का आरोप लगाया था।
आपको बता दें दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से आम आदमी पार्टी को 62 सीटें मिली है। वहीं भारतीय जनता पार्टी को 8 सीटें मिली है। दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी साल 2015 की तरह 0 पर ही सीमित रही है।