अमेरिका में निर्मित गार्जियन अपाचे हेलीकॉप्टर एक उन्नत लड़ाकू जहाज़ है, जो कम ऊंचाई वाली बाधाओं जैसे पहाड़ियों और पेड़ों को कवर करते हुए दुश्मन पर हमला कर सकता है। अपाचे जमीन और वायु दोनों में अपने निशाने को आसानी से भेदने की क्षमता रखता है।
सितंबर 2015 में ,भारतीय वायुसेना ने अमरीकी सरकार और बोइंग साथ ऐसे 22 हेलीकॉप्टरों के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे। पहला ‘अपाचे गार्जियन’ अटैक ‘हेलिकॉप्टर’ शुक्रवार को ‘एरिज़ोना’ में भारतीय वायुसेना को औपचारिक रूप से सौंप दिया गया है। जिसकी जानकारी भारतीय वायुसेना ने आज अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के द्वारा दी।
एयर मार्शल एएस बुटोला ने भारतीय वायुसेना का प्रतिनिधित्व किया और बोइंग के एक समारोह में पहले अपाचे हेलिकॉप्टर को स्वीकार किया। इस समारोह में अमरीका सरकार प्रतिनिधि भी शामिल थे। इन हेलीकॉप्टरों का पहला जत्था जुलाई तक भारत भेज दिया जाएगा। इस हेलीकॉप्टर के लिए भारतीय वायुसेना के एयर क्रू और ग्राउंड क्रू ने अलबामा के फोर्ट रकर में अमरीकी सेना के साथ प्रशिक्षण लिया।
भारतीय वायुसेना के बेड़े में इस हेलीकॉप्टर का जुड़ना आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस हेलीकॉप्टर को भारतीय वायुसेना की भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाया गया है। पहाड़ी इलाकों में इसकी महत्वपूर्ण क्षमता होगी। इन हेलीकॉप्टरों में युद्ध के मैदान से डेटा प्रणाली के तहत तस्वीरें भेजने की क्षमता भी है।
हेलीकॉप्टर में गतिरोध सीमाओं पर सटीक हमले करने और जमीनी खतरों से निपटने की क्षमता है। भारतीय वायुसेना ने कहा कि अपाचे हेलीकॉप्टर भविष्य में थल सेना के समर्थन में किसी भी संयुक्त अभियान में महत्वपूर्ण बढ़त प्रदान करेंगे।
#ApacheInduction: First AH-64E (I) Apache Guardian helicopter was formally handed over to the IAF at Boeing production facility in Mesa, Arizona, USA on 10 May 19. Air Mshl AS Butola, represented the IAF & accepted the first Apache in a ceremony at Boeing production facility. pic.twitter.com/FzA0IfRine
— Indian Air Force (@IAF_MCC) May 11, 2019