ISRO 28 दिसंबर को XPoSAT को लॉन्च कर सकता है। एक्स-रे पोलेरीमीटर सैटेलाइट की लॉन्चिंग PSLV रॉकेट से की जाएगी। अगले पांच साल तक चलने वाले इस मिशन का मकसद ब्लैक होल्स, आकाश गंगा, रेडिएशन और पल्सर सहित ब्रह्मांड के कई रहस्यों की स्टडी करना है।
Chandrayaan 3, Aditya-L1 और Gaganyaan की सफल लॉन्चिंग के बाद अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन XPoSAT को लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। इस मिशन की लॉन्चिंग 28 दिसंबर को सुबह 07:30 बजे की जाएगी। इसको लॉन्च करने के लिए पीएसएलवी रॉकेट का इस्तेमाल किया जाएगा।
XPoSAT मिशन का मकसद
यह मिशन अंतरिक्ष में होने वाले रेडिएशन का अध्ययन करेगा। एक्सपोसैट में लगे टेलिस्कोप को रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट ने तैयार किया है। यह मिशन ब्रह्मांड के रहस्यों का अध्ययन करेगा। जिसमें एक्स-रे बाइनरी, आकाश गंगा, रेडिएशन और पल्सर सहित आंतरिक में ज्यादा चमकने वाले स्रोतों का अध्ययन करना शामिल है।
इस सैटेलाइट को पृथ्वी की निचली कक्षा यानि लोवर एर्थ ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा। यह धरती से 500 से लेकर 700 किलोमीटर की ऊंचाई पर तैनात किया जाएगा। इसरो ने इस मिशन की शरुआत साल 2017 में की थी। मिशन का बजट 9.50 करोड़ है। इस सैटेलाइट में XSPECT और POLIX पेलोड हैं।
POLIX पेलोड
इस सैटेलाइट के मुख्य पेलोड पॉलिक्स को रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट और यूआर राव अंतरिक्ष केंद्र ने मिलकर तैयार किया है। पॉलिक्स अंतरिक्ष में 40 से ज्यादा चमकीली चीजों का अध्ययन करेगा। इसका वजन 126 किलोग्राम है।
XSPECT पेलोड
एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोपी एंड टाइमिंग ब्लैक होल, पल्सर और लो मैगनेटिक फील्ड्स आदि की स्टडी करेगा।
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28 दिसंबर को लॉन्च होगा एक्सपोसेट
कुल 480 किलोग्राम के वजन वाले एक्सपोसेट को 28 दिसंबर 2023 को सुबह 07:30 बजे लॉन्च किया जा सकता है। जिसमें दो पेलोड्स हैं। जिनका वजन 144 किलोग्राम है। XPoSAT को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा। इसको PSLV रॉकेट पैड से लॉन्च किया जाएगा। यह पीएसएलवी की 60 वीं उड़ान होगी। PSLV की पहली उड़ान 20 सितंबर 1993 को हुई थी।
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