Jyotiraditya Scindia आज बुधवार के दिन भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
Jyotiraditya Scindia ने मंगलवार के दिन कांग्रेस पार्टी से त्यागपत्र दे दिया था। सिंधिया के साथ उनके समर्थक पार्टी के 21 विधायकों के इस्तीफ़े से राज्य की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा का टिकट दिया जा सकता है और उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया जा सकता है। इस्तीफ़ा देने के बाद कांग्रेस पार्टी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मेरे जीवन में 2 घटनाएँ बहुत महत्वपूर्ण रही है। इंसान के जीवन में कई बार ऐसे मोड़ आते हैं जो उसके जीवन को बदल कर रख देते हैं। मेरे जीवन में पहला दिन 30 सितंबर 2001 है, जिस दिन मैंने अपने पूज्य पिताजी को खोया। उसी के साथ दूसरी तारीख 10 मार्च 2020 जब उनकी 75 वीं वर्षगांठ थी, जब मैंने अपने जीवन का नया रास्ता चुना। कांग्रेस पार्टी अब पहले जैसी नहीं रही है।
Jyotiraditya Scindia ने आगे कहा,” मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी,गृहमंत्री अमित शाह जी और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा जी का धन्यवाद करना चाहूँगा। जिन्होंने मुझे अपने इस परिवार में शामिल होने के लिए न्यौता दिया और मुझे जगह दी।”
- आपको बता दें ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया ने भी अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1971 में जन संघ के सांसद के रूप में की थी और बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
Jyotiraditya Scindia
ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने पर राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ वसुंधरा राजे सिंधिया ने भी ट्वीट करते हुए लिखा, “यदि आज राज माता साहब हमारे बीच होती तो आप के इस निर्णय पर ज़रूर गर्व करती। ज्योतिरादित्य ने राज माता जी द्वारा विरासत में मिले उच्च आदर्शों का अनुसरण करते हुए देश हित में यह फैसला लिया है। जिसका में व्यक्तिगत और राजनीति दोनों ही तौर पर स्वागत करती हूं। “
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