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कानपूर संजीत यादव अपहरण और हत्या का अनसुलझा रहस्य

Kanpur Sanjeet Yadav kidnapping case: उत्तर प्रदेश के कानपूर में संजीत यादव का अपहरण 22 जून को हुआ और 27 जून को उसकी हत्या कर दी गई। मामले में पुलिस और परिवार वालों के ब्यान आपस में मेल नहीं खा रहे हैं।

Kanpur Sanjeet Yadav kidnapping case: उत्तर प्रदेश के कानपूर में संजीत यादव का अपहरण 22 जून को हुआ और 27 जून को उसकी हत्या कर दी गई। मामले में पुलिस और परिवार वालों के ब्यान आपस में मेल नहीं खा रहे हैं।

पुलिस के अनुसार लैब टेक्नीशियन संजीत यादव के अपहरण का मास्टरमइंड ज्ञानेंद्र यादव है। जिसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर संजीत के किडनैप की योजना बनाई। 22 जून को संजीत यादव का अपहरण किया गया। 27 जून को उसकी हत्या कर दी थी। 29 जून को फिरौती की रकम मांगी गई।

संजीत यादव अपहरण केस

संजीत यादव अपहरण मामले पर परिवार वालों का ब्यान है कि पुलिस ने बदमाशों को फिरौती के पैसे देने के लिए कहा था। उन्हें कहा गया था कि जब अपराधी फिरौती का पैसा लेने आएंगे तो पुलिस उन्हें अरेस्ट कर लेगी। जिसके बाद परिवार वालों ने अपने गहने और मकान बेचकर फिरौती में मांगी गई 30 लाख की रकम का इंतजाम किया और पुलिस के भरोसे पर अपहरणकर्ताओं द्वारा बताई गई जगह पर रख आए। लेकिन उनको न तो संजीत यादव जिंदा मिला और न ही फिरौती में दी गई रकम वापिस मिली।

आईजी मोहित अग्रवाल का ब्यान

कानपूर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया,” संजीत यादव अपहरण मामले में 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है। 26 जून की रात को जब संजीत यादव ने अपहर्ताओं के चंगुल से भागने की कोश्शि की तो उन्होंने उसे मारने का फैसला किया और 27 जून की सुबह उसकी गला दबाकर हरत्या कर दी। उसके बाद शव को नहर में फेंक दिया। पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करने की कोशिश की लेकिन मिशन फेल हो गया। लापरवाही के आरोप में एसएचओ बर्रा को निलंबित किया गया।

अभी तक की जांच के अनुसार कोई पैसा नहीं दिया गया है। लेकिन परिवार वाले पैसा देने का आरोप लगा रहे हैं। जांच होगी और पैसा आरोपियों से बरामद किया जाएगा। IG अग्रवाल ने कहा।

अनसुलझा रहस्य

अब परिवार वालों और पुलिस के बयानों के अनुसार ,फिरौती में दिया गया पैसा आखिर कहां गया ? संजीत यादव को अपहरणकर्ताओं से छुड़वाने के लिए फिरौती में दिए जाने वाले 30 लाख रुपए की जानकारी ,घर वालों ,पुलिस और किडनैपर्स को थी। संजीत यादव के अपहरण में दी गई फिरौती का रहस्य तभी सुलझ सकता है ,जब सही तरीके से जांच की जाएगी।

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