Poveglia Island in Italy: इटली का पोवेगलिया द्वीप दुनिया की सबसे डरावनी जगहों में से एक माना जाता है। इस आइलैंड पर जाने वाला कभी जिंदा वापस लौटकर नहीं आता है।
पोवेगलिया द्वीप का उपयोग प्लेग पीड़ितों के लिए एक संगरोध स्टेशन के रूप में और बाद में एक मानसिक आश्रय के रूप में किया गया। जिससे अलौकिक घटनाओं के लिए इसकी प्रतिष्ठा में योगदान हुआ। यह इटली के पास स्थित छोटा सा द्वीप है। कहा जाता है कि इस रहस्यमयी द्वीप पर जो भी गया, वो कभी जिंदा वापस नहीं लौटा।
Poveglia Island का इतिहास
इस द्वीप के कई रहस्यमयी राज हैं। जिनका आज तक किसी को भी पता नहीं चला है। पोवेगलिया द्वीप का इस्तेमाल 14वीं शताब्दी में प्लेग पीड़ितों को आइसोलेशन में रखने के लिए किया गया था। इतिहाकारों के अनुसार, इस आइलैंड पर लाखों प्लेग महामारी से पीड़ित लोगों को लाकर जिंदा जला दिया गया था। इसे प्लेग द्वीप के नाम से भी जाना जाता है।
पढ़ें, Tristan da Cunha Island: दुनिया का सबसे दूरस्थ अनोखा द्वीप
14वीं शताब्दी में प्लेग महामारी के बाद इस आइलैंड को खाली छोड़ दिया गया था। इसके बाद 19वीं शताब्दी में यहां एक मानसिक अस्पताल बनाया गया। यहां मानसिक रोगियों को जिंदा दफन कर दिया जाता था।
Poveglia Island पर भटकती हैं आत्मांएं
जनश्रुतियों के अनुसार, इस द्वीप पर प्लेग महामारी के कारण और मानसिक अस्पताल में मारे गए लोगों की आत्माएं भटकती है। कहा जाता है कि इस आइलैंड पर अचानक मौसम और तापमान बदल जाता है। रात के अंधेरे में डरावनी आवाजें सुनाई देती हैं।
ये भी पढ़ें, जानिए कहां है भारत का एकमात्र कीचड़ ज्वालामुखी ?
‘नो‘ के अनुसार, “पोवेग्लिया इटली का एक द्वीप है जो इतना खतरनाक रूप से “प्रेतवाधित” है कि यहां सार्वजनिक प्रवेश की अनुमति नहीं है।”
Poveglia Island पर जाना मना है
बाद में पेरिस सरकार ने इस आइलैंड (Poveglia Island) पर किसी के जाने पर बैन लगा दिया था। अगर कोई यहां जाकर वापस भी लौट आता है तो वह बीमार हो जाता है या उसकी मौत हो जाती है।