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Neeraj Chopra की माँ के हाथ का बना चूरमा खाकर भावुक हुए PM Modi, कहा- ‘माँ का याद दिला दी’

Neeraj Chopra की माँ के हाथ का बना चूरमा खाकर भावुक हुए PM Modi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Modi) नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) की माँ के हाथ का बना चूरमा खाकर काफी भावुक हो गए। उन्होंने एक पत्र लिखते हुए नीरज की माँ सरोज देवी को धन्यवाद कहा है।

भारत के स्टार जैवलिन थ्रोवर और दो बार के ओलिंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra ) अक्सर सुर्खियों में बने रहते है। वहीं आज 2 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने नीरज की माँ सरोज देवी को पत्र लिखा है। दरअसल हाल ही में एक इवेंट के दौरान नीरज ने PM Modi से मुलाकात की और उन्हें अपनी माँ के हाथ का बना चूरमा खिलाया। ये चूरमा खाते ही पीएम इतना भावुक हो गए कि उन्होंने एक लेटर लिखते हुए नीरज की माँ को धन्यवाद कहा है।

Neeraj Chopra ने PM Modi को खिलाया चूरमा

प्रधानमंत्री मोदी ने नीरज की माँ सरोज देवी को जो पत्र  लिखा है वो इस कुछ इस प्रकार है- “आदरणीय सरोज देवी जी, सादर प्रणाम, आशा है कि आप स्वस्थ, सकुशल और सानंद होंगी। कल जमैका के प्रधानमंत्री जी की भारत यात्रा के अवसर पर आयोजित भोज में मुझे नीरज भाई से मिलने का अवसर मिला। उनसे चर्चाओं के बीच मेरी खुशी और बढ़ गई जब उन्होंने मुझे आपके हाथों का बना स्वादिष्ट चूरमा दिया।”

चूरमा खाते ही पीएम को आई अपनी माँ की याद

PM Modi ने आगे लिखा, “आज इस चूरमे को खाने के बाद आपको पत्र लिखने से खुद को रोक ना सका। भाई नीरज मुझसे अक्सर इस चूरमे की चर्चा करते है, लेकिन आज इसे खाकर मैं भावुक हो गया। आपके अपार स्नेह और अपनेपन से भरे इस उपहार ने मुझे मेरी माँ की याद दिला दी। माँ शक्ति वात्सल्य और समर्पण का स्वरूप होती है। यह सयोंग ही है कि मुझे माँ का ये प्रसाद नवरात्र पर्व से एक दिन पहले मिला है। मैं नवरात्री के इन 9 दिनों में उपवास करता हूँ। एक तरह से आपका ये चूरमा मेरे उपवास के पहले मेरा मुख्य अन्न बन गया।”

“जिस तरह से आपका बनाया भोजन भाई नीरज को देश के लिए मेडल जीतने के लिए ऊर्जा देता है। वैसे ये ये चूरमा अगले 9 दिन मुझे राष्ट्र सेवा की शक्ति देगा। शक्ति पर्व नवरात्र के इस अवसर पर मैं आपके साथ, देशभर की मातृशक्ति को ये विश्वाश दिलाता हूँ कि मैं विसकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए और अधिक सेवाभाव से निरंतर काम में जूटा रहूँगा। आपका ह्रदय से आभार।”

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