NEET UG Scam 2024: नीट यूजी नकल घोटाले के मामले में गोधरा पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में स्कूल प्रिंसिपल पुरषोत्ताम शर्मा, स्कूल शिक्षक तुषार भट्ट, एजुकेशन कंसल्टेंसी फर्म के मालिक परशुराम राय शामिल हैं।
गुजरात पुलिस ने NEET-UG परीक्षा में पैसों के बदले छात्रों की पेपर में नकल कराने वाले पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर 5 मई को नीट परीक्षा में नकल करवाने/मदद करने का आरोप है।
नीट नकल घोटाला 2024
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात पुलिस ने बताया कि नीट यूजी परीक्षा में छात्रों को निर्देश दिया गया था कि वे उत्तर पुस्तिकाओं में शिक्षकों के लिए रिक्त स्थान छोड़ दें, जिसे बाद में पैसे लेकर शिक्षक खुद भर देंगे। ये गिरफ्तारियां राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा ( NEET UG ) में हुई अनियमितताओं के बाद हुई हैं। छात्रों ने रैंकिंग को लेकर पेपर लीक का आरोप लगाया था।
भट्ट के मोबाइल से मिली छात्रों की लिस्ट
गोधरा टाउन के पुलिस अधीक्षक हिमांशु सोलंकी ने कहा,” पंचमहल जिला कलेक्टर को नीट पेपर में धोखाधड़ी की जानकारी मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई। जिला शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे और शिक्षक तुषार भट्ट के मोबाइल फोन की जाँच करने पर 30 छात्रों के नाम की लिस्ट मिली। अधिकारीयों ने उसकी कार से 7 लाख रुपए भी बरामद किए। ”
नकल मामले में पांच गिरफ्तार
स्कूल शिक्षक और प्रिंसिपल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने एजुकेशन कंसल्टेंसी फर्म के मालिक परशुराम राय को गिरफ्तार किया। उसके पास से 2.30 करोड़ रुपए के ब्लेंक चेक मिले। पुलिस अधिकारी ने कहा कि कई चेकों पर अभिभावकों के हस्ताक्षर थे, जिनके बच्चे जलाराम स्कूल में नीट यूजी की परीक्षा में शामिल हुए थे।
पुलिस अधीक्षक हिमांशु सोलंकी के अनुसार, परशुराम राय ने ही एनईईटी उम्मीदवारों को स्कूल टीचर तुषार भट्ट से मिलवाया था। भट्ट नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा नीट परीक्षा के लिए उप-अधीक्षक नियुक्त थे।
बता दें, नीट यूजी परीक्षा के नतीजे 4 जून को आए थे। जिसमें लगभग 24 लाख में से 67 छात्रों के 720 में से 720 अंक आए थे। ऐसा पहली बार हुआ जब नीट परीक्षा में 67 छात्रों ने शत-प्रतिशत अंक प्राप्त किए। जिसके बाद पुरे देश में विवाद हो गया।