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एंटीलिया केस में पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा के घर पर NIA की छापेमारी

रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी की बिल्डिंग एंटीलिया (Antilia case ) के पास आतंकी साजिश की झूठी कहानी रचने के आरोप में मुंबई पुलिस के पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा  ( Pradeep Sharma ) के घर पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( NIA ) ने कार्रवाई की है। शर्मा पर झूठी आतंकी साजिश रचने का आरोप है।

रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी की बिल्डिंग एंटीलिया (Antilia case ) के पास आतंकी साजिश की झूठी कहानी रचने के आरोप में मुंबई पुलिस के पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा  ( Pradeep Sharma ) के घर पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( NIA ) ने कार्रवाई की है। शर्मा पर झूठी आतंकी साजिश रचने का आरोप है।

मशहूर उद्योगपति मुकेश अंबानी की एंटीलिया बिल्डिंग के पास आतंकी साजिश की झूठी स्टोरी बनाने के आरोप में मुंबई पुलिस के पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कार्रवाई की है। एनआईए की टीम ने सुबह प्रदीप शर्मा के घर पर छापेमारी की है। इस मामले में एएसआई सचिन वाजे मुख्य साजिशकर्ता था। एंटीलिया केस में बीते साल अप्रैल माह तक पुलिस ने एक संदिग्ध महिला सहित पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह, एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा सहित कई डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस और छोटे बड़े 25 पुलिस कर्मियों का बयान दर्ज कर चुकी है। सचिन बजे को हफ्ता देने वाले कई बार और रेस्टोरेंट मालिकों से भी पूछताछ की गई है।

झूठी आतंकी साजिश रचने के मामले में गिरफ्तार सचिन बाजे और विनायक शिंदे के मिलने का एक महत्वपूर्ण ठिकाना वसई का फार्म हाउस था। 24 फरवरी से पहले मीटिंग में साजिश की पूरी कहानी रची गई थी। उस मीटिंग में कुछ और लोग भी शामिल हुए थे। जिनका नाम अभी सार्वजनिक होना बाकी है। मीटिंग के बाद ही गुजरात के फर्जी सिम कार्ड का जुगाड़ लगाया गया था कि मोबाइल नंबर से कोई जांच एजेंसी असली आरोपी तक न पहुंच पाए। फर्जी सिम कार्ड दिलाने वाले ठक्कर नाम के एक सट्टेबाज का बयान भी दर्ज किया जा चुका है।

एनआईए बता चुकी है कि बुकी नरेश गौड़ के पास एक चिट मिला है। जिसमें 14 मोबाइल नंबर लिखे थे। उनमें से 5 सिम कार्ड वाजे को दिए गए थे। बाद में इन्हीं नंबरों का इस्तेमाल पूरी साजिश को रचने के लिए किया गया था।  जिसके बाद 14 मार्च की रात मनसुख हिरेन को फोन कर बुलाने के लिए किया गया था। 4 मार्च की रात मनसुख हिरेन की हत्या कर मुंब्रा रेती बंदर में फेंक दिया गया था।

NIA की हिरासत में सचिन वाजे ने सनसनीखेज खुलासा किया था। एजेंसी के सामने वाजे ने बताया था कि आतंकी साजिश प्लांट करने के बाद जांच को रफा-दफा करने के लिए 2 लोगों के एनकाउंटर की योजना थी।

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