ISRO ने Vikram Lander और Pragyan Rover को अगले 14 दिनों के लिए सुला दिया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने ये खुलासा एक ट्वीट कर किया है। इसरो ने कहा कि उम्मीद है कि अगले 14 दिन बाद विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर फिर से एक्टिव हो जाएंगे।
इसरो ने Chandrayaan 3 को लेकर बड़ा अपडेट दिया है। इसरो ने अगले 14 दिनों के लिए प्रज्ञान रोवर और विक्रम लैंडर को सुला दिया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने बताया कि प्रज्ञान रोवर ने अपना काम पूरा कर लिया है। अब उसे सुरक्षित जगह पर पार्क कर स्लीप मोड़ में सेट कर दिया गया है। LIBS और APXS पेलोड बंद कर दिए गए हैं। इन्ही पेलोड की मदद से डाटा पृथ्वी पर भेजा जाता है।
चंद्र राजदूत
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने ट्वीट कर बताया ,” फ़िलहाल, बैटरी पूरी तरह से चार्ज है। रिसीवर को ऑन रखा गया है। उम्मीद है कि प्रज्ञान रोवर 22 सितंबर को इसरो से बात करने के लिए फिर ऑनलाइन हो जाएगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो वह चांद पर भारत के चंद्र राजदूत के तौर पर मौजूद रहेगा। ”
चांद पर रात हुई
बता दें, चांद पर 5 सितंबर से अंधेरा छाने लगेगा। वहां सूरज ढल जाएगा। फिर विक्रम और प्रज्ञान 14 दिन तक रात में रहेंगे।यानि अब चांद पर रात शुरू होने वाली है। गौरतलब है कि चांद पर एक रात पृथ्वी के 14 दिन के बराबर होती है। वहीं दिन भी 14 दिनों के बराबर होता है। जैसा कि अब चांद पर रात होने वाली है वहां अंधेरा छा जाएगा। ऐसे में रोवर और लैंडर के सोलर पैनल उनकी बैटरी को चार्ज करना बंद कर देंगे।
क्या होगा ?
हालांकि, इसरो के अनुसार, विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर की बैटरियों को पूरी तरह चार्ज कर लिया गया है ताकि चांद पर 22 सितंबर को सूरज उगने के बाद इनको फिर से एक्टिव किया जा सके। गौरतलब है कि चंद्रयान 3 को 23 अगस्त 2023 की शाम 6 बजकर 4 मिनट पर लैंड किया गया था। उस समय चांद पर सूरज निकला हुआ था यानि वहां दिन था।