लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड पर प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक वीडियो जारी कर सवाल किया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पिछले 32 घंटों से पुलिस की हिरासत में है। वह लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों के परिजनों के लिए से मिलने के लिए जा रही थी। उनको सीतापुर में हाउस अरेस्ट कर रेस्ट हाउस में रखा गया है। हालांकि हिरासत में होते हुए भी प्रियंका गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार हमला कर रही है। प्रियंका गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर वीडियो शेयर कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा है कि मैं हिरासत में तो गाड़ी से कुचलने वाला अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं हुआ ?
कांग्रेस महासचिव ने वीडियो जारी कर पूछा पीएम मोदी से सवाल
प्रियंका गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया। जिसमें उन्होंने कहा मोदी जी नमस्कार आपकी सरकार ने बगैर किसी ऑर्डर और एफआईआर के मुझे पिछले 28 घंटे से हिरासत में रखा है। अन्नदाता को कुचल देने वाला वह व्यक्ति अब तक गिरफ्तार हुआ। क्यों ?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 5, 2021
वीडियो को ट्वीट करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि किस तरह विरोध प्रदर्शन करने वाले किसानों को एक जीप रौंदते हुए निकली है और उसके पीछे काले रंग की फॉर्च्यूनर कार भी है। हालांकि,वीडियो फुटेज स्पष्ट नहीं है और इसमें ये भी पता नहीं चल पा रहा है कि जीप को चलाने वाला शख्स अभिषेक मिश्रा ही है या कोई दूसरा।
रविवार के दिन हुई थी यह घटना
गौरतलब है कि रविवार के दिन लखीमपुर खीरी के तिकोनिया इलाके में प्रदर्शन कर रहे किसानों के एक ग्रुप ने केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा और यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को काले झंडे दिखाए। उसके बाद यह घटना हुई। किसानों का दावा है कि मंत्री के काफिले में एक कार के प्रदर्शनकारियों पर चढ़ने के बाद हिंसा भड़की। क्षेत्र में दृश्यों में आगजनी और वाहनों को आग लगाते हुए दिखाया गया है। उनका आरोप है कि कार केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे मोनू उर्फ़ अशीष मिश्रा चला रहा था ।
मंत्री अजय मिश्रा ने बेटे के बचाव में कही ये बात
हालांकि बीजेपी के केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। मंत्री अजय मिश्रा का कहना है कि उन्हें अपने बेटे के खिलाफ किसी f.i.r. की जानकारी नहीं है। उन्होंने इस बात से भी इनकार किया है कि उनके बेटे का हिंसा से कोई लेना देना नहीं है। मंत्री मिश्रा ने कहा मेरा बेटा मौके पर मौजूद नहीं था। कुछ बदमाशों ने कार्यकर्ताओं पर लाठियों और तलवारों से हमला किया। अगर मेरा बेटा वहां होता तो जिंदा नहीं निकल पाता। मेरा बेटा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम के आयोजन स्थल पर मौजूद था। पूरे समय में उपमुख्यमंत्री के साथ था।
हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार ने इस हत्याकांड में मारे गए किसानों के परिवारों को 45 लाख रूपये मुआवजे के तौर पर और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का वायदा किया है। वहीं घायलों को 10-10 रूपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। इस मामले की जांच सेवानिवृत्त जज करेंगे।