Pune Porsche Accident Case: आरोपी नाबालिग के ब्लड का सैंपल बदलने के आरोप में डॉक्टर और फोरेंसिक प्रमुख गिरफ्तार
मई 27, 2024 | by
Pune Porsche Accident Case: पुणे में शराब के नशे में धुत्त आरोपी नाबालिग ने अपनी पोर्शे कार से दो लोगों को कुचलकर मार दिया था। हादसे के बाद आरोपी वेदांत अग्रवाल को मेडिकल टेस्ट के लिए पुणे के ससून जनरल अस्पताल ले गया था। प्रांभिक ब्लड सैंपल में अल्कोहल नहीं पाया गया था, जिससे संदेह पैदा हुआ।
Porsche Accident Case
पुणे के ससून अस्पताल के फोरेंसिक विभाग के हेड और एक अन्य डॉक्टर को सबूतों से छेड़छाड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इसी अस्पताल में पोर्शे कार एक्सीडेंट के बाद आरोपी वेदांत अग्रवाल को मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया था। फोरेंसिक हेड और डॉक्टर पर आरोप है कि उन्होंने नाबालिग के रक्त के नमूने किसी अन्य के साथ बदल दिए थे। प्राथमिक मेडिकल रिपोर्ट में आरोपी के रक्त में अल्कोहल नहीं पाया गया था।
क्राइम ब्रांच ने फोरेंसिक हेड को किया गिरफ्तार
फोरेंसिक प्रमुख और डॉक्टर की यह गिरफ्तारी तब हुई जब पुणे क्राइम ब्रांच को यह पता चला कि आरोपी के रक्त के नमूनों को किसी अन्य व्यक्ति के रक्त के नमूनों के साथ बदल दिया गया था, जिसने शराब नहीं पी थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एक्सीडेंट वाले दिन 19 मई 2024 को नाबालिग को सुबह 11 बजे ससून सरकारी अस्पताल में मेडिकल के लिए ले जाया गया था। FSL की पहली रिपोर्ट में ब्लड सैंपल में अल्कोहल नहीं पाया गया था ,जिसके बाद पुलिस को रिपोर्ट तैयार करने वाली एफएसल टीम पर संदेह हुआ।
डीएनए टेस्ट में हुआ खुलासा
दूसरी मेडिकल रिपोर्ट में नाबालिग के रक्त में अल्कोहल पाया गया। डीएनए टेस्ट से इस बात की पुष्टि हुई की नमूने दो अलग-अलग व्यक्तियों के थे। जिसके बाद जांचकर्ताओं को शक हुआ कि सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने आरोपी को बचाने के लिए सबूतों से छेड़छाड़ की थी। फ़िलहाल, पुणे क्राइम ब्रांच दोनों डॉक्टरों से सबूतों से कथित छेड़छाड़ में उनकी भूमिका के बारे में पूछताछ कर रही है।
शुरू से ही विवादों में है पुणे पोर्शे कार एक्सीडेंट केस
पोर्शे कार एक्सीडेंट मामला शुरू से ही विवादों में है। पहले आरोपी नाबालिग को जज ने निबंध लिखने की शर्त पर जमानत दे दी। आरोपी के दादा पर अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन होने के आरोप लगे। नाबालिग के दादा द्वारा परिवारिक ड्राइवर पर दोष अपने सर लेने के लिए दबाव बनाया गया। बाद में सार्वजनिक आक्रोश के बाद आरोपी को अवलोकन गृह भेजा गया।
इस मामले में आरोपी के पिता और दादा को गिरफ्तार किया गया। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, दो महीने पहले नाबालिग के दादा ने ही पोर्शे कार वेदांत को गिफ्ट में दी थी।
बता दें, 19 मई को आरोपी वेदांत अग्रवाल ने शराब के नशे में धुत्त होकर अपनी तेज रफ्तार कार से दो आईटी पेशेवरों को कुचल कर मार दिया था। यह हादसा पुणे के कल्याणी नगर में उस समय हुआ जब नाबालिग शराब के नशे में धुत्त होकर पोर्शे कार चला रहा था, उसकी कार ने बाइक पर जा रहे दो लोगों को कुचल दिया था। इस हादसे में अनीश अवधिया और उनकी सहयोगी अश्विनी कोष्टा की मौत हो गई थी। अनीश ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया था,जबकि अश्विनी की अस्पताल में मौत हो गई थी।
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