Sharda Sinha passes away: बिहार कोकिला के नाम से मशहूर पद्म भूषण अवार्डी लोकगायिका शारदा सिन्हा का 72 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।
शारदा सिन्हा का 72 की उम्र में कैंसर के कारण निधन
लोकगायिका शारदा सिन्हा का 72 वर्ष उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने दिल्ली के AIIMS अस्पताल में अंतिम सांस ली। मशहूर सिंगर कैंसर की बीमारी से जूझ रहीं थीं। छठ पूजा के गीतों और विवाह गानों से मशहूर हुईं लोकगायिका का छठ पूजा की शुरुआत होते ही इस दुनिया से चलीं गई। शारदा सिन्हा का निधन मंगलवार शाम 09:20 बजे हुआ। उनके निधन की जानकारी बेटे अंशुमन सिन्हा ने एक एक्स पोस्ट के जरिए दी।
Sharda Sinha के बेटे ने दी ये जानकारी
शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन सिन्हा ने एक्स पोस्ट में मां के निधन की जानकारी देते हुए लिखा,” आप सभी की प्रार्थना और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे। मां को छठी मइया ने अपने पास बुला लिया है। मां अब शारीरिक रूप से हम सबके बीच नहीं रहीं। ”
इससे पहले अंशुमन सिन्हा ने अपने यूट्यूब चैनल पर मां शारदा सिन्हा के बीमार होने की जानकारी दी थीं। उन्होंने कहा था कि मां वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। उन्होंने सभी से दुवाएं करने की अपील की थी।
Sharda Sinha निधन पर पीएम मोदी ने जताया शोक
शारदा सिन्हा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए एक ट्वीट किया किया। पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में लिखा,”सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ। उनके गाए, भोजपुरी और मैथिली लोकगीत पिछले कई दशकों से लोकप्रिय रहे। आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी। उनका जाना संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति। ”
Sharda Sinha के निधन पर खेसारी लाल यादव ने जताया शोक
भोजपुरी सिंगर अभिनेता/नेता खेसारी लाल यादव ने शारदा सिन्हा के निधन पर शोक जताते हुए एक ट्वीट किया। खेसारी लाल यादव ने एक्स पोस्ट में लिखा,” स्वर की अद्भुत साधिका, लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन के खबर से आंखें नम आ, मन भारी बा। शारदा जी के आवाज आ सुर से बिहार के माटी के मिठास हर कोई महसूस कइलस। भगवान उहाँके आत्मा के शांति आ परिवार के ई दुख सहन करे के हिम्मत देस। उहाँ खानी दोसर केहू ना होई!”
एनडीटीवी के पूर्व पत्रकार रवीश कुमार ने शोक जताते हुए एक्स पर लिखा ,” जिस आवाज़ से छठ की शुरूआत हुआ करती थी, वही आवाज़ छठ के शुरू होते ही ख़ामोश हो गई। शारदा सिन्हा जी अब हमारे बीच नहीं हैं। शारदा सिन्हा ने अपनी गायकी से ऐसी सामूहिकता का सृजन किया जिसे पहचानने के लिए ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाना नहीं पड़ता है बल्कि चुपचाप अपने भीतर महसूस करना होता है। ”
उन्होंने आगे लिखा,” उनके गीत छठ का हिस्सा हैं। कहते हैं छठ में कुछ भी बाहरी परिवर्तन नहीं हुआ, जो पुराना है वही चला आ रहा है सिवाय शारदा सिन्हा के छठ गीतों के। क्या कोई छठ को शारदा सिन्ही की आवाज़ से अलग कर सकता है? इन्हीं दिनों लाउड स्पीकर बजने लगते हैं। खेत खलिहानों और नदी किनारे बने घाटों से आ रही उनकी आवाज़ गांव-घर बुलाने लग जाती है।शारदा सिन्हा की आवाज़ बिहार जैसे ग़रीब राज्य की सबसे बड़ी समृद्धी थी। आज बिहार थोड़ा ग़रीब हो गया। हम आपको अपनी यादों में रखेंगे। जब रोएँगे अपनों की याद में, आपको भी याद करेंगे। अलविदा शारदा जी।”
भोजपुरी सिंगर मालिनी अवस्थी ने लिखा ,” दीदी आपको कैसे अलविदा कहूं ?” उनके अलावा भोजपुरी और बॉलीवुड की कई हस्तियों ने शारदा सिन्हा के निधन पर शोक जताया है।
Sharda Sinha का जन्म और अवार्ड्स
बता दें, शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर 1952 को बिहार सुपौल जिला के गांव हुलसा में हुआ था। उन्हें 2018 में पद्म भूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इसके आलावा उन्हें बिहार रत्न, बिहारी ठाकुर सम्मान और मिथिल विभूति जैसे कई पुरस्कारों से सम्मानित किय जा चूका है।
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शारदा सिन्हा के पति ब्रज किशोर का इसी वर्ष 21 सितंबर को ब्रेन हैमरेज के कारण निधन हो गया था। वह 80 वर्ष के थे।
छठ गीतों से मशहूर हुईं शारदा सिन्हा बॉलीवुड फिल्मों के गानों में भी अपनी आवाज दे चुकी हैं। उन्होंने सलमान खान और भाग्यश्री की फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ में ‘कहे तोसे सजना’ गाना गाया था। इसके अलावा शारदा सिन्हा ने गैंग्स ऑफ़ वासेपुर 2 फिल्म में ‘तार बिजली से पतले हमार पिया’ गाना गाया था।