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लखीमपुर खीरी हिंसा कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को 3 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया

उत्तर प्रदेश लखीमपुर खीरी कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा टेनी को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। अदालत ने मिश्रा को शर्तों के साथ 3 दिन की एसआईटी की रिमांड पर भेजा।

उत्तर प्रदेश लखीमपुर खीरी कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा टेनी को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। अदालत ने मिश्रा को शर्तों के साथ 3 दिन की एसआईटी की रिमांड पर भेजा।

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हत्याकांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा टेनी को कोर्ट ने 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। सोमवार के दिन सुबह हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से आशीष की पेशी के बाद सुनवाई शुरू हुई। दोनों पक्षों के बीच बहस सुनने के बाद अदालत ने आशीष मिश्रा उर्फ़ मोनू भैया को रिमांड पर देने का फैसला सुनाया। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने आशीष मिश्रा की 14 दिन की रिमांड मांगी थी। मोनू की 3 दिन की रिमांड 12 अक्टूबर से शुरू होगी ।

शर्तों के भेजा गया रिमांड पर

अदालत ने आशीष का रिमांड मंजूर करते हुए कुछ शर्तें भी लगाई ह। अधिवक्ता के अनुसार पूछताछ के दौरान आशीष मिश्रा का वकील भी मौजूद रहेगा। मेडिकल जांच के बाद टेनी को कस्टडी में लिया जाएगा। जेल में दाखिल होने के दौरान भी मेडिकल टेस्ट होगा। इसके अलावा दूर से ही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम पूछताछ करेगी। इससे पहले रिमांड का विरोध करते हुए आज मोनू मिश्रा के वकील ने कहा कि शनिवार को 12 घंटे में 40 से ज्यादा सवालों का जवाब वह दे चुके हैं। ऐसे में अब रिमांड की जरूरत नहीं है।

मोनू के वकील ने कहा कि ऐसे में अगर रिमांड की जरूरत नहीं है। एसआईटी थर्ड डिग्री डिग्री का इस्तेमाल कर आशीष से जुर्म कुबूल करवाना चाहती है। घटना के दिन आशीष के दंगल में मौजूद रहने से संबंधित कुछ फोटो भी अदालत को दिखाएं गए। वकील ने कहा कि एसआईटी जेल में जाकर भी पूछताछ कर सकती है।

आपको बता दें 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुई घटना में 4 किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का मानना है कि जिस थार जीप से किसानों को कुचला गया था वह आशीष मिश्रा ही चला रहा था, जी उनके पिता गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के नाम रजिस्टर्ड है। मामले ने राजनीतिक रंग भी लिया । आशीष मिश्रा को पूछताछ के लिए समन भेज कर बुलाया गया। और शनिवार देर रात गिरफ्तार किया गया। एसआईटी में शामिल डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने पूछताछ के बाद बताया था कि वह यानी अशीष मिश्रा सहयोग नहीं कर रहा है। एसआईटी मोनू को रिमांड पर लेकर पूछताछ करना चाहती है। एसआईटी ने आशीष मिश्रा का मोबाइल कब्जे में ले लिया है। मोबाइल की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी।

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