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प्रदर्शनकारी किसानों ने करनाल के कैमला गांव में नही होने दी सीएम एमएल खट्टर की बैठक, पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले

भारतीय जनता पार्टी शासित हरियाणा सरकार पिछले साल उस समय सुर्खियों में आई थी। जब उसने पंजाब से दिल्ली आ रहे प्रदर्शनकारी किसानों के रास्ते रोकने का फैसला किया था और उन पर पुलिस बल का प्रयोग किया था।

भारतीय जनता पार्टी शासित हरियाणा सरकार पिछले साल उस समय सुर्खियों में आई थी। जब उसने पंजाब से दिल्ली आ रहे प्रदर्शनकारी किसानों के रास्ते रोकने का फैसला किया था और उन पर पुलिस बल का प्रयोग किया था।

करनाल में किसानों ने नहीं उतरने दिया सीएम खट्टर का हेलीकॉप्टर

हरियाणा के करनाल जिले के कैमला गांव में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से बुलाई गई किसान महापंचायत रैली में किसानों और पुलिस के बीच झड़प के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गांव का दौरा रद्द कर दिया। सीएम खट्टर को इस कार्यक्रम में किसानों को संबोधित करना था। हालांकि किसानों ने उनका विरोध किया और उनके हेलीकॉप्टर को भी लैंड करने नहीं दिया।

प्रदर्शनकारी किसानों ने सीएम खट्टर के उस पंडाल को भी तोड़ डाला, जहां पर उन्होंने महापंचायत को संबोधित करना था। हरियाणा पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने की कोशिश की लेकिन किसान नहीं माने। पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे और ठंडे पानी की बौछार भी की। जिससे वहां स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। सीएम खट्टर की रैली का विरोध करने के लिए हजारों की संख्या में किसान वहां जमा हो चुके थे और पुलिस के बल प्रयोग के बाद यह सभी किसान फिलहाल गांव और के आसपास और खेतों में चले गए हैं।भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।

 रणदीप सुरजेवाला ने साधा सीएम खट्टर पर निशाना

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इसी बीच सीएम खट्टर पर निशाना साधा है। उन्होंने एक ट्वीट कर कहा,” माननीय मनोहर लाल जी करनाल के कैमला गांव में किसान महापंचायत का ढोंग  बंद कीजिए। अन्नदाताओं की संवेदना और भावनाओं से खिलवाड़ करके कानून व्यवस्था बिगाड़ने की साजिश बंद करिए। संवाद ही करना है तो पिछले 46 दिनों से सीमाओं पर धरना दे रहे अन्नदाता से कीजिए।”

बता दे, तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले 46 दिन से लगातार दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों पंजाब और हरियाणा सहित देश के कई हिस्सों में आंदोलन कर रहे हैं।

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