ब्रिटेन की लॉ फर्म के सॉलिसिटर की एक गलती के कारण कपल का तलाक हो गया है।
हाई कोर्ट के अनुसार जिस दंपति का डाइवोर्स हुआ है उनके नाम मिस्टर एंड मिसेज विलियम्स हैं।
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फैमिली डिवीजन के अध्यक्ष सर एंड्र्यू मैकफर्नेल ने गार्डियन को बताया कि वकील किसी अन्य क्लाइंट के तलाक के लिए आवेदन करना चाहते थे।
लेकिन उन्होंने गलती से विलियम्स दंपति की फाइल खोल दी और अंतिम आदेश के लिए आवेदन कर दिया। मैकफर्नेल ने बताया कि पत्नी के वकील ने अपने क्लाइंट के निर्देश के बिना ऑनलाइन पोर्टल का इस्तेमाल किया।
पोर्टल की ऑनलाइन प्रणाली ने रिक्वेस्ट पर तुरंत कार्रवाई करते हुए 20 मिनट मेंविलियम्स दंपति को तलाक का आर्डर दे दिया और दोनों का तलाक सेंक्शन हो गया।
लॉ फर्म के सॉलिसिटर को दो दिन बाद अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने लंदन हाई कोर्ट में तलाक के फाइनल आर्डर को रद्द करने की मांग की।
उन्होंने हाई कोर्ट में दलील दी कि यह गलती किसी के गलत बटन क्लिक करने के कारण हुई है। कहा-तलाक का अंतिम आदेश क्लेरिकल गलती के कारण हुआ है। इसलिए इसे रद्द किया जाना चाहिए।
हाई कोर्ट ने सॉलिसिटर के इस अनुरोध को खारिज कर दिया और कहा कि पोर्टल पर नेविगेट करने के बाद ही फाइनल स्क्रीन तक पहुंचा जाता है। ये क्लेरिकल गलती नहीं है।