AAP नेता ने कहा कि लोकतंत्र के चारों स्तंभ के खिलाफ पेगासस जैसे साइबर युद्ध हथियारों का उपयोग करके भाजपा नेताओं ने भारत के खिलाफ ही युद्ध छेड़ दिया है। वास्तव में सरकार अपनी दूकानदारी सिर्फ और सिर्फ चापलूस एवं गोदी मीडिया के सहारे चलाती आई है और उसे आईना दिखाने वाले समाचारपत्र और टीवी चैनल क्यों पसंद आएंगे ।
पंचकूला: आम आदमी पार्टी ने एक प्रतिष्ठित समाचारपत्र समूह और एक टीवी चैनल के दफ्तरों पर पर इनकम टैक्स (आईटी) विभाग की ओर से वीरवार सुबह की गई रेड की कड़ी आलोचना की है।
लोकतंत्र का गला घोंट रही है भाजपा
पार्टी का कहना है कि लगातार लोकतंत्र का गला घोंटती आ रही भाजपा की सरकार अब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया की भी आवाज दबाने का प्रयास कर रही है। सच रुपी आईना सरकार देखना ही नहीं चाहती। पार्टी का यह भी कहना है कि वास्तव में सरकार अपनी दूकानदारी सिर्फ और सिर्फ चापलूस एवं गोदी मीडिया के सहारे चलाती आई है और उसे आईना दिखाने वाले समाचारपत्र और टीवी चैनल क्यों पसंद आने लगे। ये छापे ऐसे मीडिया को दबाने का प्रयास हैं और ये प्रयास ज्यादा दिन तक चलने वाला नहीं है। बंगाल के बाद अब लोग भाजपा को आने वाले दिनों में जिन पांच राज्यों में चुनाव होने हैं,उसमें आईना दिखा देंगे कि अर्श पर पहुंच चुकी भारतीय जनता पार्टी सत्ता के घामंड में अब कहां खड़ी है।
विरोध में छापने वालों के विज्ञापन रोके
जारी एक ब्यान में आम आदमी पार्टी के उत्तरी हरियाणा जोन के सचिव योगेश्वर शर्मा ने कहा कि जहां हरियाणा की भाजपा सरकार ने पिछले दिनों स्थानीय अखबारों की आवाज दबाने के लिए अपने जिला लोकसंपर्क अधिकारियों के माध्यम से यह डाटा एकत्रित करवाया कि कौन सा समाचारपत्र सरकार के पक्ष में और कौन सा समाचापत्र विरोध में लिख रहा है। उसका डाटा विज्ञापन विभाग को भेजने को कहा गया था। ताकि विज्ञापन उसी आधार पर दिए जाएं।
डराने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल होगा
उन्होंने कहा कि वैसे भी हरियाणा सरकार की विज्ञापन के मामलों में भेदभाव की नीति चली आ रही है। अब केंद्र की सरकार ने समाचापत्र व टीवी संस्थान के दफ्तरों में छापामारी करवाकर अपनी मंशा जाहिर कर दी है कि अपने विरोधियों को दबाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला फार्मूला अब खिलाफ चलने वाले समाचारपत्रों या टीवी चैनलों पर भी लागू किया जाएगा। यानि कि डराने धमकाने के लिए अपनी विभिन्न एंजेसियों का इसतेमाल किया जाएगा।
AAP नेता ने आगे कहा कि दरअसल सरकार सच का सामना करने से डरती है और यही कारण है कि इजराइली सॉफ्टवेयर पेगासस और इस सॉफ्टवेयर से संबंधित सच्चाई को बाहर नहीं आने देना चाहती।
उन्होंने पूछा कि काउंटर टैररिज्म तक तो ठीक था, पर देश के बाकी लोगों पर इसका इस्तेमाल करके उनकी जासूसी करने की सरकार को कौन सी जरूरत आन पड़ी थी?
गृहमंत्री को अपनी नाकामी के लिए इस्तीफा देना चाहिए
शर्मा ने कहा कि सरकार ने लोकतंत्र के चारों स्तंभ के खिलाफ पेगासस जैसे साइबर युद्ध हथियारों का उपयोग करके भाजपा के बड़े नेताओं ने भारत के खिलाफ ही युद्ध छेड़ दिया है। सरकार को खासकर केंद्रीय गृहमंत्री को अपनी इस नाकामी की जिम्मेवारी लेते हुए अपने पद से तुरंत त्यागपत्र दे देना चाहिए।