दुनिया भर में हस्ताक्षर आंखों की पुतलियां और हाथ की उंगलियों के निशान किसी एक व्यक्ति के दूसरे व्यक्ति के साथ नहीं मिलते हैं। आइए आज हम आपको बताते हैं हस्ताक्षर करने से आप किसी व्यक्ति बारे में और उसकी प्रवृत्ति जान सकते हैं।
जानिए हस्ताक्षर कला के बारे में
हर इंसान का हस्ताक्षर करने का अलग अलग तरीका होता है। हस्ताक्षर आप भले ही हाथों से करते हो लेकिन इसका कहीं ना कहीं संबंध आपके दिमाग से होता है। हस्ताक्षर से व्यक्ति की पहचान और उसके व्यक्तित्व के बारे में पता लगाया जा सकता है।
जिन लोगों के सिग्नेचर बहुत छोटे होते हैं। वह स्वार्थी और दूसरों को कंट्रोल करने वाले माने जाते हैं। अगर हस्ताक्षर का आकार अक्षर की तुलना में बड़ा हो तो व्यक्ति में राज करने की महत्वाकांक्षा होती है।
जो व्यक्ति हस्ताक्षर करते समय पहला अक्षर थोड़ा बड़ा और उसके बाद पूरा नाम लिखते हैं। वह व्यक्ति अद्भुत प्रतिभा के धनी माने जाते हैं। दूसरी तरफ जो लोग हस्ताक्षर करने के बाद उसे रेखांकित करते हैं वह शक्तिशाली और मजबूत व्यक्ति माने जाते हैं।
कई लोगों के सिग्नेचर अक्सर बदलते रहते हैं। यह उनके स्वभाव पर निर्भर करता है। उनका स्वभाव अक्सर बदलता रहता है। साफ-सुथरे हस्ताक्षर करने वाले लोगों को खुद को व्यवस्थित रखते हैं।
सिग्नेचर का पहला अक्षर बड़ा और बाकी सारे अक्षर बराबर हो तो वह व्यक्ति बहुत स्वाभिमानी माना जाता है। दूसरी तरफ सिग्नेचर का पहला अक्षर बड़ा हो और अंतिम अक्षर एकदम छोटा हो तो माना जाता है कि ऐसा आदमी किसी भी काम शुरुआत तो धूमधाम से करता है। लेकिन जल्दी ही उसकी दिलचस्पी उस काम में खत्म हो जाती है। ऐसे व्यक्ति सिर्फ कल्पनाओं में ज्यादा जीते हैं।
जो इंसान नीचे से ऊपर की ओर उठाकर हस्ताक्षर करता है। वह बहुत ज्यादा महत्वाकांक्षा वाले होते हैं और हर कीमत पर अपना टारगेट पूरा करने में लगे रहते हैं। जो लोग लहर नुमा हस्ताक्षर करते हैं। वे अपने काम के लिए कोई भी गोपनीय कदम उठाने वाले माने जाते हैं।