अनुज, उठो बेटा! जयपुर पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में अपहृत युवक को सकुशल बचाया
अगस्त 28, 2024 | by pillar
Jaipur Police ने ऑपरेशन चेकमेट के तहत ब्रह्मपुरी क्षेत्र के नाहरगढ़ की पहाड़ी से अपहृत युवक अनुज को फिल्मी स्टाइल में सकुशल बचाया है। राजस्थान पुलिस ने पांच अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है।
हिमाचल प्रदेश के एक दूरदराज के होटल में बंधक बनाए गए युवक अनुज की भयानक पीड़ा उस समय समाप्त हुई जब जयपुर पुलिस ने होटल का दरवाजा तोड़कर एक आरोपी के साथ अंदर प्रवेश किया। पुलिस की इस रेड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर वायरल हो रहे इस वीडियो में पुलिस अपहृत अनुज के चेहरे पर मुस्कान लाती हुई नजर आ रही है। ” अनुज,उठो बेटा … यह जयपुर पुलिस है। आराम करो। हम आपके लिए यहां हैं।” पुलिस के ये बोल अनुज के चेहरे पर मुस्कान ले आए।
पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि अनुज 18 अगस्त को अपने दोस्त के साथ जयपुर के नाहरगढ़ हिल स्टेशन पर घूमने गया था। अपहरणकर्ताओं ने अनुज की सजी धजी शक्ल देखकर मान लिया कि वह किसी धनी परिवार से है। किडनैपर्स ने अनुज का किडनैप कर उसका मुंह टेप से बांध दिया। उसके हाथ पैर बांधकर उसे जबरदस्ती एक वाहन में डाल दिया। किडनैपर्स ने अपहरण करते समय युवक के दोस्त के साथ भी मारपीट की और उसे सड़क के किनारे छोड़ दिया।
अपहरण की सुचना मिलने के बाद जयपुर पुलिस मौके पर पहुंची और ड्रोन से तलाशी ली लेकिन अनुज को ट्रेस करने में सफल नहीं हो पाई। किसी विवाद की आशंका को देखते हुए पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया और टीमें बनाई।
इसी दौरान अपहरणकर्ताओं ने अनुज के परिवार से संपर्क किया और 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी। एक दम से इतनी बड़ी रकम जुटाने में असमर्थ परिवार ने किडनैपर्स से समय मांगा। इसी बीच पुलिस को उस फोन नंबर का पता लग गया, जिससे अपहरणकर्ताओं ने फिरौती की रकम मांगी थी। पुलिस अपहरणकर्ताओं की तलाश कर रही थी, जो पकड़े जाने के डर से स्थान बदल रहे थे। आखिरकार अपहरणकर्ताओं ने परिवार को कालका शिमला एक्सप्रेस की आखिरी बोगी में फिरौती की रकम पहुंचाने का निर्देश दिया।
यह जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने एक रणनीतिक योजना बनाई और ट्रेन के मार्ग में पुलिस टीमों को तैनात किया। जैसे ही अपहरणकर्ताओं ने परिवार को धरमपुर रेलवे स्टेशन के पास पैसों से भरा बैग छोड़ने के लिए कहा, पुलिस ने एक अपहर्ता को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पूछताछ के बाद अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद पुलिस ने उस होटल का पता लगाया,जहां अनुज को बंधक बनाया हुआ था। अपहर्ताओं में से एक अनुज के साथ होटल के कमरे में सो रहा था। पुलिस की कार्रवाई देखकर वह हैरान रह गया। पुलिस ने अनुज को सफलतापूर्वक बचा लिया और अपहरण में शामिल एक महिला समेत चार पुरुषों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान वीरेंद्र सिंह, विनोद, अमित कुमार, जितेंद्र भंडारी और महिला जमुना सरकार के रूप में हुई। पुलिस के अनुसार, इस अपहरण का मास्टरमाइंड बिजनेस बैकग्राउंड वाला सॉफ्टवेयर इंजीनियर वीरेंद्र सिंह था। बिजनेस में घाटे के बाद वीरेंद्र सिंह ने इस घटना को अंजाम दिया। उसने अनुज का अपहरण करने के लिए अपने साथ अपने पुराने परिचितों, अमित कुमार, विनोद, जितेंद्र और लिव इन पार्टनर जमुना सरकार को शामिल किया।
अपहरण को अंजाम देने के लिए वे अपने साथ एक वाहन, नींद की गोलियां, पानी की बोतलें,टेप,चाकू और पेचकस जैसे तेज उपकरण लाए थे। उन्होंने अनुज का अपहरण करने के लिए वॉकी टॉकी का इस्तेमाल किया था।
जयपुर पुलिस के इस चेकमेट ऑपरेशन को सोशल मीडिया पर व्यापक सराहना मिल रही है। अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की बहादुरी और स्टाइल की खूब तारीफ़ हो रही है।
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