इस तरह पुलिस की गिरफ्त में आये सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के हत्यारे रोहित राठौड़ और नितिन फौजी
Sukhdev Singh Gogamedi murder case : करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के हत्यारों को पुलिस ने चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है। राजस्थान पुलिस और दिल्ली पुलिस ने एक साझा अभियान के तहत दोनों को धर-दबोचा है।
श्री करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के दोनों हत्यारों को राजस्थान पुलिस और दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने चंडीगढ़ के सेक्टर 22 से गिरफ़्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और राजस्थान पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने गोगामेड़ी की हत्या के आरोपी नितिन फौजी, रोहित राठौड़ और उनके सहयोगी उधम को चंडीगढ़ के सेक्टर 22 a से गिरफ्तार किया है। शनिवार देर शाम पुलिस ने हत्यारोपी नितिन फौजी के सहपाठी रामबीर को गिरफ्तार किया था। पुलिस दोनों को पकड़कर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के ऑफिस पहुंच चुकी है। इस बारे में आज दिल्ली पुलिस की कक्राइम ब्रांच के स्पेशल कमिनश्नर रविंद्र यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसके बाद राजस्थान पुलिस दोनों आरोपियों लेकर राजस्थान के जयपुर जाएगी। लेकिन आखिरकार पांच दिन बाद ये हत्यारे पुलिस के गिरफ्त में कैसे आये ?
ऐसे हुई गिरफ्तारी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और राजस्थान पुलिस की SIT सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के हत्यारों तक मोबाइल सर्विलांस के जरिए पहुंची। दोनों आरोपी मोबाइल के इस्तेमाल कर रहे थे। जिसको पुलिस ने ट्रेस कर लिया। हालांकि, आरोपियों ने पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए कई तरीके अपनाये थे लेकिन अपराधी चाहे कितना भी चालाक क्यों न हो वह कोई न कोई गलती कर ही देता है। ऐसी ही चूक गोगामेड़ी के हत्यारों से हुई।
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वारदात को अंजाम देने के बाद रोहित और नितिन राजस्थान से ट्रेन के जरिए हरियाणा के हिसार गए। हिसार से बस में बैठकर हिमाचल के मनाली पहुंचे। फिर मनाली से मंडी के रास्ते होते हुए चंडीगढ़ पहुंचे। चंडीगढ़ के एक होटल में रुके और देर रात को शराब पीने के लिए चंडीगढ़ के सेक्टर 22ए में एक ठेके पर पहुंचे। यहीं से पुलिस ने दोनों को धर-दबोचा।
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रोहित के संपर्क में थे दोनों
सूत्रों से मिली रिपोर्ट के अनुसार, रोहित और नितिन फौजी गैंगस्टर रोहित गोदारा के गुर्गे दानाराम और वीरेंद्र के संपर्क में थे। रोहित गोदारा ने ही सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को मरवाने की जिम्मेदारी वीरेंद्र और दानाराम को सौंपी थी। वहीं,पुलिस रोहीत और नितिन के साथ चंडीगढ़ से पकड़े गए उधम की भूमिका की जांच कर रही है।