ED ने 2020 में CFI के महासचिव के ए रउफ शरीफ की गिरफ्तारी के बाद PFI के खिलाफ जांच शुरू की थी। प्रवर्तन निदेशालय ने पीएफआई के नेटवर्क और धन स्रोत का पता लगाने के बाद अब कई खुलासे किए हैं।
PFI को लेकर ED ने किए खुलासे
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया ( PFI ) की चार साल जांच के बाद बड़ा खुलासा किया है। ईडी ने करीब चार साल की जांच के बाद तैयार किए गए डोजियर में बताया कि देश के कई राज्यों में पीएफआई के ऑफिस और मेंबर हैं। ईडी के अनुसार, दिल्ली, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, पश्चिम बंगाल , बिहार, मणिपुर, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल समेत कई राज्यों में पीएफआई के कार्यालय और सदस्य हैं।
PFI पर 2022 में भारत में प्रतिबंध लगा दिया गया था। ईडी के डोजियर के अनुसार, पीएम नरेंद्र मोदी की असफल हत्या के प्रयास के बाद UAPA के तहत पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया गया था।
PFI के सदस्यों की संख्या बताई
ईडी के अनुसार, पीएफआई के सिंगापूर समेत पांच देशों में 13000 के करीब सदस्य हैं। ये मेंबर अज्ञात दानदाताओं से धन जुटाकर हवाला के जरिए भारत में पैसा भेजते हैं। इसके बाद ट्रस्टों और बैंक खातों में पैसा जमा कराया जाता है।
ED ने PFI की संपत्तियां जब्त की
हिंदुस्तान लाइव की रिपोर्ट के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया से संबंधित 56 करोड़ रुपए से अधिक की चल-अचल संपत्तियों को जब्त किया है। भारत में इसके 29 बैंक अकाउंट है।
PFI के सदस्य गिरफ्तार
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अलग अलग जांच एजेंसियों ने पिछले चार साल में पीएफआई के 26 शीर्ष पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया है। जाँच एजेंसी को पीएफआई के एक आतंकी शिविर की भी जानकारी प्राप्त हुई है। ईडी के अनुसार, पीएफआई का आंतकी शिविर केरल में चल रहा था। जहां पीएफआई से जुड़े सदस्यों को हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती थी।
PFI ने पीएम मोदी को मारने की रची थी साजिश
जांच एजेंसी ने खुलासा किया है कि अप्रैल 2022 में पटना रैली के दौरान पीएम मोदी की जान लेने की साजिश रची गई थी। ईडी ने हाथरस और दिल्ली दंगों में अशांति फ़ैलाने के लिए पीएफआई की भूमिका बताई है।
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जांच एजेंसी ने पिछले चार साल में जिन PFI प्रमुख पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम CFI के राष्ट्रीय महासचिव रउफ शेरिफ, दिल्ली पीएफआई के अध्यक्ष परवेज अहमद, कतर के मेंबर शफीक पायथ और सिंगापूर से पीएफआई के हवाला ऑपरेटर साहुल हमीद प्रमुख हैं।
PFI का उद्देश्य
ED ने अपने डोजियर में बताया,” PFI का असली उद्देश्य भारत में जिहाद के जरिए इस्लामिक आंदोलन को अंजाम देना है। यह संगठन ओमान, कतर, यूनाइटेड अरब अमीरात, साउदी अरब और कुवैत में सक्रिय है। संगठन विदेशों से धन जुटाकर भारत में आतंकी गतिविधियां चला रहा है। “
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