Properties attached: प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध सट्टेबाजी ऐप मामले में पूर्व टीम इंडिया के क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। ED ने दोनों खिलाडियों की लगभग 52 करोड़ की संपत्तियों को कुर्क किया है।
ईडी का सुरेश रैना और शिखर धवन के खिलाफ एक्शन
प्रवर्तन निदेशालय ने महादेव बेटिंग ऐप से जुड़े मनी लॉन्डरिंग मामले में पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी शिखर धवन और सुरेश रैना) (Suresh Raina के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने दोनों पूर्व खिलाडियों की लगभग 52 करोड़ रुपए की संपत्ति को अटैच कर लिया है। यह कार्रवाई मनी लॉन्डरिंग रोकथाम अधिनियम के तहत की गई है। ईडी ने आरोप लगाया गया है कि दोनों ने इस ऐप के प्रमोशन और प्रचार में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भूमिका निभाई, जिससे अवैध कमाई हुई।
महादेव बेटिंग ऐप क्या है ?
यह एक ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म है। जो मुख्य रूप से क्रिकेट मैचों (जैसे IPL) पर दांव लगाने की सुविधा देता था। ईडी की जांच के मुताबिक, इस ऐप के जरिए 6,000 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध कमाई हुई। जिसमें बड़े पैमाने पर मनी लॉन्ड्रिंग शामिल था। ऐप के मालिक दुबई-बेस्ड सौरभ चंद्रकांत वर्मा और रवि उप्पल हैं।
Properties attached: दोनों क्रिकेटर्स का ऐप से कनेक्शन
2023 से ही इस मामले में कई पूर्व और वर्तमान क्रिकेटरों के नाम सामने आए थे। Suresh Raina और Shikhar Dhawan को अक्टूबर 2023 में ईडी ने पूछताछ के लिए समन किया था। जांच में पाया गया कि दोनों ने ऐप के प्रमोशन के लिए समर्थन दिया था। जिसके बदले उन्हें भारी रकम मिली। ईडी का दावा है कि यह पैसा अवैध स्रोतों से आया था और इसे ‘प्रॉक्सी’ कंपनियों के जरिए सफेद किया गया।
दोनों खिलाड़ियों की इन संपत्तियों को किया गया कुर्क
ईडी ने दोनों क्रिकेटरों (Suresh Raina and Shikhar Dhawan) की निम्नलिखित संपत्तियों को अटैच किया है। ये संपत्तियां जांच के दौरान ट्रेस की गईं और PMLA के सेक्शन 8 के तहत जब्त की गईं।
- सुरेश रैना : 28 करोड़ रुपए का फार्महाउस और प्लाट। 12 करोड़ रुपए का मुंबई स्थित फ्लैट।
- शिखर धवन : दिल्ली स्थित 7 करोड़ रुपए की कीमत का फ्लैट। 5 करोड़ रुपए की कमर्शियल प्रॉपर्टी और वाहन।
- दोनों की कुल संपत्तियां 52 करोड़ रुपए की आंकी गई हैं।
- ये संपत्तियां अभी बेची नहीं गई हैं, लेकिन उनका उपयोग/ट्रांसफर प्रतिबंधित है। ईडी का कहना है कि ये संपत्तियां अवैध कमाई से खरीदी गईं, जिसमें ऐप से मिले कमिशन (लगभग 15-20% प्रति प्रमोशन) शामिल हैं।
Properties attached: ईडी की जांच का स्टेटस
सुरेश रैना और Shikhar Dhawan को 2023 में 7 घंटे की पूछताछ के बाद क्लीन चिट मिली थी, लेकिन 2024 में नए सबूत (बैंक ट्रांजेक्शन और व्हाट्सएप चैट) मिलने के बाद केस दोबारा खुला। नवंबर 2025 में ईडी ने कोर्ट से अटैचमेंट की मंजूरी ली।
Properties attached: दोनों पर आरोप
दोनों पर PMLA के तहत मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। ईडी के अनुसार, ऐप ने IPL मैचों पर सट्टेबाजी के जरिए 1,200 करोड़ की ब्लैक मनी जनरेट की। जिसमें क्रिकेटरों का प्रमोशन रोल अहम था। रैना ने कथित तौर पर 2021-22 IPL सीजन में ऐप को ‘स्पॉन्सर’ के रूप में पेश किया। जबकि धवन ने सोशल मीडिया पर प्रमोट किया था।
Properties attached के अलावा शिखर धवन और सुरेश रैना की हो सकती है गिरफ्तारी
दोनों को 15 दिनों में ईडी के मुंबई/दिल्ली ऑफिस में पेश होने का नोटिस दिया गया है। अगर वे सहयोग नहीं करते, तो गिरफ्तारी वारंट जारी हो सकता है। कोर्ट सुनवाई 20 नवंबर को निर्धारित है।
Properties attached पर BCCI की प्रतिक्रिया
BCCI ने बयान जारी कर कहा कि यह मामला व्यक्तिगत है और बोर्ड की छवि पर असर नहीं डालेगा। हालांकि, IPL प्रमोशन कॉन्ट्रैक्ट्स की समीक्षा की जा रही है।
Properties attached: अन्य लोगों के नाम
इस मामले में वेंकटेश अय्यर, प्रमोद मादु, उमरान मलिक जैसे अन्य खिलाड़ी भी जांच के दायरे में हैं। इसके अलावा, बॉलीवुड सितारे जैसे मिस्टर फर्जी के अलावा रियल में संजू सैमसन और राहुल तेवतिया भी नामित हैं।
ये भी पढ़ें : स्मृति मंधाना बॉयफ्रेंड पलाश मुच्छल संग रचाएंगी शादी, हो गया कन्फर्म




