फिल्म निर्माता विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी को उदयपुर कोर्ट ने पुलिस हिरासत में भेजा, धोखाधड़ी से जुआ है मामला

Vikram Bhatt Shwetambari: फिल्म निर्माता विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट को राजस्थान की उदयपुर कोर्ट ने धोखाधड़ी के एक मामले में 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। मामला 30 करोड़ की धोखाधड़ी से जुड़ा है।

पुलिस कस्टडी में विक्रम भट्ट और श्वेतांबरी भट्ट

बॉलीवुड के मशहूर फिल्ममेकर विक्रम भट्ट (जिन्होंने ‘रास’, ‘घुलाम’ जैसी फिल्में निर्देशित की हैं) और उनकी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट (जिनका पूरा नाम Shwetambari Soni है) एक बड़े धोखाधड़ी मामले में फंस गए हैं। यह मामला उदयपुर (राजस्थान) से जुड़ा है और इसमें कथित तौर पर 30 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी का आरोप है। उन्हें 7 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया था, लेकिन अब मामला आगे बढ़ चुका है।

Vikram Bhatt और Shwetambari को पुलिस हिरासत में भेजा गया

शिकायतकर्ता डॉ. अजय मुर्डिया, जो उदयपुर स्थित इंदिरा आईवीएफ हॉस्पिटल चेन और इंदिरा ग्रुप ऑफ कंपनीज के संस्थापक हैं। उन्होंने फिल्म निर्माता Vikram Bhatt और उनकी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट के खिलाफ राजस्थान की उदयपुर की अदालत में केस दर्ज कराया।

विक्रम भट्ट और श्वेतांबरी के खिलाफ आरोप

डॉ. मुर्डिया अपनी दिवंगत पत्नी इंदिरा पर एक बायोपिक फिल्म बनवाना चाहते थे। अप्रैल 2024 में उनकी मुलाकात विक्रम भट्ट से हुई। भट्ट दंपती और उनके सहयोगियों ने कथित तौर पर उन्हें लुभाया कि शुरुआती 7 करोड़ निवेश से चार फिल्में बनाई जा सकती हैं। भट्ट ने डॉ को बताया कि इन फिल्मों से 100-200 करोड़ रुपये तक की कमाई होगी।

निर्माता की बात मानकर डॉ. मुर्डिया ने मई 2024 से जून 2025 के बीच कई किस्तों में 30 करोड़ रुपये से अधिक की रकम ट्रांसफर की। लेकिन फिल्में पूरी नहीं हुईं, कमाई नहीं हुई, और संवाद बंद हो गया। आरोप है कि फर्जी बिल्स और दस्तावेजों के जरिए पैसे का दुरुपयोग किया गया।

भट्ट परिवार के खिलाफ FIR दर्ज

विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी Shwetambari के खिलाफ 17 नवंबर 2025 को उदयपुर के भोपालपुरा पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई। कुल 8 आरोपी नामजद हुए।  जिनमें विक्रम भट्ट, श्वेतांबरी भट्ट, उनकी बेटी कृष्णा भट्ट और अन्य सहयोगी शामिल हैं। उनपर संबंधित धाराएं लगाई गई। जिसमें धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात आदि शामिल हैं।

Vikram Bhatt की गिरफ्तारी

7 दिसंबर 2025 को मुंबई से उदयपुर पुलिस ने विक्रम भट्ट और Shwetambari को गिरफ्तार किया। उन्हें 8 दिसंबर को उदयपुर लाया गया। 9 दिसंबर 2025 को उदयपुर की एसीजेएम कोर्ट ने दोनों को 7 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा। यह रिमांड जांच के लिए थी। 16 दिसंबर 2025 को रिमांड पूरी हुई। कोर्ट में पेशी के दौरान उनके वकील ने स्वास्थ्य कारणों (मेडिकल ग्राउंड्स) से अंतरिम जमानत मांगी, लेकिन कोर्ट ने खारिज कर दी।

Vikram Bhatt फ्रॉड केस की वर्तमान स्थिति

उदयपुर कोर्ट ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। वे अब उदयपुर की सेंट्रल जेल में हैं। जांच जारी है, और राजस्थान हाईकोर्ट को  जोधपुर बेंच इस मामले की निगरानी कर रही है।

Vikram Bhatt का पक्ष 

विक्रम भट्ट ने आरोपों को खारिज किया है। उनका कहना है कि यह नागरिक विवादहै, क्रिमिनल नहीं। उन्होंने एफआईआर को “भ्रामक” बताया और कहा कि शिकायतकर्ता ने ही एक फिल्म की फंडिंग रोकी, जिससे तकनीशियनों का पैसा अटका। उन्होंने दावा किया कि पुलिस गुमराह हुई है और कुछ दस्तावेज फर्जी हो सकते हैं।

Vikram Bhatt: हाई प्रोफाइल मामला 

यह मामला हाई-प्रोफाइल है। क्योंकि इसमें बॉलीवुड और एक बड़े बिजनेसमैन का कनेक्शन है। जांच में फाइनेंशियल ट्रेल और डॉक्यूमेंट्स की गहन पड़ताल हो रही है। इस केस में पहले दो सह-आरोपी (को-प्रोड्यूसर मेहबूब अंसारी और एक वेंडर) गिरफ्तार हो चुके थे। पुलिस ने लुकआउट नोटिस भी जारी किया था ताकि आरोपी देश छोड़कर न भागें।

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