Haryana IAS officer Ashok Khemka: आईएएस अधिकारी अशोक खेमका अपनी ड्यूटी के साथ-साथ तबादलों के लिए भी जाने जाते हैं। हरियाणा कैडर के 1991 बैच के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका साल 2012 में उस समय चर्चा में आ गए थे जब उन्होंने रॉबर्ट वाड्रा के गुरुग्राम के जमीन से जुड़े एक सौदे का म्यूटेशन रद्द कर दिया था। यह के 30 वर्ष के करियर में 56वां तबादला है।
हरियाणा की सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार ने एक बार फिर आईएएस अफसर अशोक खेमका का तबादला कर दिया है। यह उनके तीस साल के करियर का 56वां ट्रांसफर है। खेमका के अलावा हरियाणा सिविल सेवा के चार अन्य अधिकारीयों का भी ट्रांसफर किया गया है। इससे पहले खेमका का ट्रांसफर अक्टूबर 2021 में हुआ था।
सोमवार के दिन जारी किए गए एक आधिकारिक ब्यान में कहा गया कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अशोक खेमका को अभिलेखागार विभाग के मुख्य अतिरिक्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। आधिकारिक ब्यान में खेमका के ट्रांसफर का कोई विशेष कारण नहीं बताया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, अशोक खेमका ने खुद हरियाणा के मुख्य सचिव सर्वेश कौशल को तबादले के लिए पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने लिखा था कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के उच्च शिक्षा विभाग में विलय के बाद उनके पास पर्याप्त काम नहीं है।
रॉबर्ट वाड्रा का सौदा रद्द
आईएएस अधिकारी अशोक खेमका उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने साल 2012 में कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के गुरुग्राम से जुड़े एक जमीन सौदे के म्यूटेशन को रद्द कर दिया था।
अब तक 56
खेमका के अलावा चार अन्य सिविल सेवा अधिकारीयों का भी तुरंत प्रभाव से ट्रांसफर किया गया है। इन अधिकारीयों के नाम अमित कुमार , मंयक भारद्वाज , देवेंद्र शर्मा और मानव मलिक हैं। बता दें अशोक खेमका का औसतन हर छह महीने में तबादला हुआ है। उनका 30 साल की सर्विस में 56वां तबादला हो गया है।
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