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यूपीःलोकसभा सीटों को लेकर मायावती और अखिलेश यादव के बीच हुआ समझौता

नई दिल्लीः सपा बसपा में हुआ समझौता,यूपी की 37-37 लोकसभा सीटों पर लड़ेंगे 2019 का चुनाव। बची 6 सीटों पर लड़ेंगे बागी और खास। अमेठी और राय बरेली को राहुल गाँधी और सोनिया गाँधी लिए छोड़ा।गठबंधन में कांग्रेस को नहीं दी कोई जगह।

यूपीः लोकसभा सीटों को लेकर बुआ बबुआ में हुआ समझौता

सपा बसपा में हुआ समझौता,यूपी की 37-37 लोकसभा सीटों पर लड़ेंगे 2019 का चुनाव।

नई दिल्लीः सपा बसपा में हुआ समझौता,यूपी की 37-37 लोकसभा सीटों पर लड़ेंगे 2019 का चुनाव। बची 6 सीटों पर लड़ेंगे बागी और खास। अमेठी और राय बरेली को राहुल गाँधी और सोनिया गाँधी लिए छोड़ा।गठबंधन में कांग्रेस को नहीं दी कोई जगह।

यूपी मे अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और मायावती की बहुजन समाज पार्टी कभी एक दूसरे के राजनैतिक प्रतिद्वंधी हुआ करते थे। कल शाम एसपी नेता और यूपी के पूर्वमुख्यमंत्री अखिलेश यादव दिल्ली में मायावती बंगले पर पहुंचे। दोनों के बीच लगभग दो घंटे तक मीटिंग चली। मीटिंग में यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से दोनों बीच 37-37 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला हुआ।

80 में से 76 लोकसभा सीटों पर सपा और बसपा चुनाव लड़ेंगे। जबकि राय बरेली और अमेठी सीट को कांग्रेस के लिए छोड़ा गया है। जबकि दो सीटों को राष्ट्रिय लोकदल पार्टी के जाट नेता अजीत सिंह के छोड़ा गया है

सूत्रों की माने तो,बची दो सीटों को बीजेपी के बागी नेताओं के लिए छोड़ा गया है। अब सपा बसपा यूपी में बीजेपी को अपने दम पर टककर देने की कोशिश में हैं। कांग्रेस को इस गठबंधन में कोई खास अहमियत नहीं दी गई है।

एक बीजेपी नेता ने नाम नहीं बताने की शर्त पर हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि अगले कुछ दिनों में मायावती लखनऊ का दौरा करेंगी। यहां मायावती पार्टी के बड़े नेताओं और कारकर्ताओं के साथ बैठक कर आगामी लोकसभा चुनावों की रुपरेखा तैयार करेंगी।

अब दोनों पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती और अखिलेश यादव यूपी को 80 लोकसभा सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेंगे। सपा और बसपा के इस गठबंधन का मुख्य कारण बीजेपी को उत्तर प्रदेश में हराना है।

अभी तक इस गठबंधन की या सीटों के बटवारे की घोषणा बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के किसी भी प्रवक्ता या नेता ने आधिकारिक तौर पर नहीं की है।

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