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मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत शुरू होने से पहले ही भर गया GIC मैदान, देश के 300 से अधिक किसान संगठन पहुंचे

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि मुजफरनगर के बाद उत्तर प्रदेश के बाकि मंडलों में भी किसान महापंचायतों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक बिल वापिस नहीं होंगे तब तक घर वापसी नहीं होगी। 

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि मुजफ्फरनगर के बाद उत्तर प्रदेश के बाकि मंडलों में भी किसान महापंचायतों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक बिल वापिस नहीं होंगे तब तक घर वापसी नहीं होगी।

यूपी के मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत शुरू होने से पहले ही करीब 9:30 तक जीआईसी मैदान पूरी तरह से भर गया। इस महामपंचायत में देश भर के 300 से अधिक किसान संगठनों ने अपने साथियों के साथ हिस्सा लिया है। देश भर के किसान पिछले 9 महीने से भी अधिक समय से केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं।

हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश ,महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल से सहित देश भर से किसान यहाँ पहुँच रहे हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ चल रही इस किसान महापंचायत पर सबकी नजरें हैं। इस किसान महापंचायत को उत्तर प्रदेश के आगामी विधान सभा चुनावों से जोड़कर कर भी देखा जा रहा है।

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत , प्रवक्ता राकेश टिकैत , स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव और सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटेकर इस महापंचायत में पहुँच चुके हैं।

मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा पिछले काफी दिनों से तैयारियों में जुटा हुआ है। हालांकि खुद राकेश टिकैत को भी इतनी ज्यादा भीड़ के इकट्ठा होने की उम्मीद नहीं रही होगी। लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार मुजफ्फरनगर का GIC मैदान पूरी तरह से भर चूका है। लोग बाहर अपने ट्रैक्टरों और गाड़ियों पर चढ़कर अपने किसान नेताओं के विचार सुन रहे हैं।

किसान महापंचायत में किसानों ने अपनी मांगो के अलावा सरकार द्वारा किए जा रहे सार्वजनिक संपत्ति के निजीकरण और बिजली संशोधन विधेयक का भी मुद्दा उठाया है।

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