कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने विरोध प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपत्नी कह दिया। जिसके बाद सत्तारूढ़ भाजपा सोनिया गांधी और अधीर रंजन से माफ़ी मांगने की मांग कर रही है।
संसद में मानसून सत्र चल रहा है। सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी और विपक्षी दलों के बीच मंहगाई ,जीएसटी और बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर हर रोज बहस हो रही है। इसी दौरान विपक्षी दलों के कई सांसदों को सदन से निलंबित भी किया जा चूका है। इन सबसे इतर अब मंहगाई ,जीएसटी और बेरोजगारी जैसे मुद्दों से हटकर अब दूसरा एक नया मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है। जिसमें अधीर रंजन चौधरी के एक ब्यान को लेकर बीजेपी माफ़ी मांगने के मांग पर अड़ रही है।
क्या है मामला ?
दो दिन पहले जब कांग्रेस नेताओं का एक दल दिल्ली के विजय चौक की तरफ जा रहा था तब एक पत्रकार ने अधीर रंजन चौधरी से पूछा कि आप कहां जा रहे हैं। जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि हम राष्ट्रपति भवन जाना चाहते हैं और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलना चाहते हैं। उसी समय उनके मुंह से गलती से राष्ट्रपत्नी शब्द निकला था। हालांकि, बाद में उन्होंने इसके लिए माफ़ी भी मांग ली। अब बीजेपी के कई बड़े नेता अधीर रंजन चौधरी से माफ़ी मांगने की मांग कर रहे हैं
सीतारमण का ब्यान
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा ,” साफतौर पर विपक्ष के नेता का उद्देश्य नवनिर्वाचित राष्ट्रपति का अपमान करना था। वह स्व-निर्मित महिला है, एक आदिवासी पृष्ठभूमि से आती है। पूरा देश उनका समर्थन कर रहा है। राष्ट्रपत्नी शब्द का कहीं नहीं होता है। राष्ट्रपति शब्द पुरुषों और महिलाओं के लिए एक समान होता है। ”
अधीर रंजन का स्पष्टीकरण
मैं जानता हूँ कि भारत की राष्ट्रपति चाहे कोई भी हो वह हमारे लिए राष्ट्रपति ही है। ये शब्द बस एक बार निकला है। ये मुझसे चूक हुई है। लेकिन सत्ताधारी दल के नेता राई का पहाड़ बना रहे हैं। : अधीर रंजन चौधरी।
सोनिया गांधी का ब्यान
चौधरी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपत्नी बोले जाने पर माफ़ी मांगने के सवाल पर सोनिया गांधी ने कहा कि वे पहले ही माफ़ी मांग चुके हैं।