दिल्ली के चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पहले 20 साल तक कांग्रेस में रही। साल 2013 में अलका ने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी में शामिल हो कर दिल्ली के चांदनी चौक से चुनाव जीता था।
अलका लांबा ने ‘आप’ छोड़ी
कई महीनों से पार्टी से नाराज चल रही चांदनी चौक विधायक अलका लांबा ने आखिरकार आम आदमी पार्टी को छोड़ दिया है। आज अलका लांबा ने एक ट्वीट कर लिखा,” अब आम आदमी पार्टी को गुडबाय बोलने का समय आ गया है। पिछले दिनों अलका लांबा ने कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से की थी। उनकी इस इस मुलाक़ात से यह माना जा रहा था कि दिल्ली विधान सभा चुनाव से पहले ही वह आम आदमी पार्टी छोड़ देंगी।
The time has come to say
“Good Bye” to #AAP and to resign from the primary membership of the Party.
The past 6years journey was a great learning for me.Thanks to all. 🙏🇮🇳. #JaiHind #ChandniChowk #MLA #AlkaLamba #Delhi
— Alka Lamba – अलका लाम्बा (@LambaAlka) September 6, 2019
अलका लांबा ने अपने फैसले की जानकारी देते हुए ट्वीटर पर लिखा ,” आप को गुडबाय कहने का समय आ गया है। पिछले 6 साल की यात्रा से बहुत कुछ सीखा। सभी का धन्यवाद। ” अलका पिछले लंबे समय से पार्टी छोड़ने की बात कर रही थी। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का भी ऐलान किया था।
अरविंद केजरीवाल को हार का जिम्मेदार बताया
आपको बता दें ‘आप’ से नाराज चल रही अलका लांबा ने इस साल 2019 में हुए लोक सभा चुनाव में पार्टी की हार होने पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को भी हार की जिम्मेदारी लेने की बात कही थी। जिसके बाद उन्हें पार्टी विधायकों के व्हाट्सएप ग्रुप से बाहर कर दिया था।
@ArvindKejriwal Ji, your spokespersons asked me as per your desire, with the full arrogance that the Party will accept My resgination even on the Twitter.
So pls Kindly accept My resgination from the primary membership of the
“Aam Aadmi Party”, which is now a “Khas Aadmi Party”.— Alka Lamba – अलका लाम्बा (@LambaAlka) September 6, 2019
अपने इस्तीफे के बाद अलका लांबा आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल से सवाल करते हुए एक ट्वीट कर पूछा ,” अरविंद केजरीवाल जी, आपके प्रवक्ताओं ने मुझे आपकी इच्छा के अनुसार, पूरे अहंकार के साथ कहा कि पार्टी ट्विटर पर भी मेरा इस्तीफा स्वीकार करेगी। इसलिए कृपया प्राथमिक सदस्यता से मेरा इस्तीफा स्वीकार करें।“आम आदमी पार्टी”, जो अब “ख़ास आम आदमी पार्टी” है।”