पुरे भारत और उन जिलों में जहां कोरोना संक्रमण के मामले ज्यादा आ रहे हैं। वहां से रेमडेसिवीर दवा की कालाबाजारी करने वालों को पकड़ा जा रहा है । इसी मामले में दिल्ली से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है ।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में रेमडेसिवीर दवा को ब्लैक में बेचने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है । उनके पास से रेमडेसिवीर दवा की 7 शीशी जब्त की गई हैं । आपदा में अवसर ढूंढने वाले ये तीनों ठग दवा की एक वाइल को 70 हजार रूपये में बेचते थे । पकड़े गए तीनों शातिरों के नाम लिखित गुप्ता ,अनुज जैन और आकाश वर्मा हैं । लिखित गुप्ता का दिल्ली के दरियागंज में मेडिकल स्टोर है । अनुज जैन की चांदनी चौक इलाके में मेडिकल की दुकान है । तीसरा आरोपी आकाश वर्मा एक जौहरी है । पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर संबधित धाराएं लगाते हुए मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है । ऐसा ही एक मामला यूपी के नोएडा से सामने आया है ।
नोएडा पुलिस ने रेमेडेसिवीर दवा की कालाबाजारी करने वाले एक युवक को अरेस्ट किया है । नोएडा पुलिस और क्राइम ब्रांच ने रचित घई नाम के एक युवक को रेमडेसिवीर और अन्य विदेशी दवाओं के साथ गिरफ्तार किया है । रचित कोरोना मरीजों को ब्लैक में इंजेक्शन बेचता था । वह एक टीका को 60 से लेकर 80 हजार रूपये में बेचता था ।
गिरफ्तारी के दौरान रचित घई के पास से 105 रेमडेसिवीर इंजेक्शन और एक लाख पचास हजार रूपये बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार करने के बाद जब रचित का कोरोना सैंपल टेस्ट लिया गया तो वह कोविड पॉजिटिव निकला । जिसके बाद रचित और उसको गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को आइसोलेशन में भेज दिया गया है ।