Pune News: 3 लाख की रिश्वत लेकर डॉक्टरों ने बदली थी नाबालिग वेदांत अग्रवाल की ब्लड सैंपल रिपोर्ट, गिरफ्तार

Pune Porsche car accident case: पुणे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि आरोपी नाबालिग वेदांत अग्रवाल के ब्लड सैंपल को डॉक्टरों ने रिश्वत लेकर बदल दिया था। सबूतों से छेड़छाड़ करने के आरोप में क्राइम ब्रांच ने ससून सरकारी अस्पताल के दोनों डॉक्टरों और एक कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है।

पुणे पोर्शे कार एक्सीडेंट मामले में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। शुरू में जज ने 300 शब्द का निबंध लिखने की शर्त पर आरोपी नाबालिग को जमानत दे दी थी। कोर्ट के इस फैसले का सार्वजनिक रूप से विरोध होने के बाद नाबालिग को 5 जून तक ‘नाबालिग अवलोकन गृह’ भेज दिया गया था। उसके बाद आरोपी के पिता को गिरफ्तार किया। उसके बाद आरोपी के पिता के पिता को पुलिस ने गिरफ्तार किया।  अब इस मामले में पुणे के सरकारी अस्पताल के वे दो डॉक्टर नप गए हैं, जिन्होंने पोर्शे कार से दो लोगों को कुचल कर मारने वाले आरोपी वेदांत अग्रवाल के रक्त के  नमूने किसी दूसरे के साथ बदल कर रिपोर्ट ओके की थी।

नाबालिग के ब्लड सैंपल बदलने के आरोप में दो डॉक्टर फिरफ्तार

पोर्शे कार एक्सीडेंट मामले में पहले से तीन गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। आरोपी नाबालिग को पांच जून तक बाल अवलोकन गृह भेज दिया गया है। उसके पिता और दादा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। किशोर के दादा पर आरोप है कि उसने अपने पारिवारिक ड्राइवर को अपने पोते का केस अपने सर पर लेने के लिए दबाव डाला था। पुलिस ने इस मामले में आरोपी के दादा को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, अब पुणे कार हादसे में पहले से तीन गिरफ्तारियां होने के बाद अब और तीन गिरफ्तारियां हुई हैं। इस मामले में पुणे के सरकारी अस्पताल के दो डॉक्टरों और एक कर्मचारी को किशोर के ब्लड सैंपल बदलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

कार एक्सीडेंट में दो लोगों की मौत

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, पुणे पुलिस ने आरोपी के ब्लड सैंपल बदलने के आरोप में दो डॉक्टरों समेत तीन गिरफ्तारियां की हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से 3 लाख रुपए बरामद किए हैं, जो कथित तौर पर रक्त के नमूने बदलने के लिए रिश्वत के तौर पर दिए गए थे। फ़िलहाल, सरकारी अस्पताल के दोनों  डॉक्टरों को 30 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। 19 मई 2024 को पुणे के कल्याणी नगर में एक कार एक्सीडेंट में दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी।

रक्त के नमूने बदलने के आरोप में फोरेंसिक हेड गिरफ्तार

सोमवार के दिन क्राइम ब्रांच ने आरोपी के ब्लड सैंपल बदलने के आरोप में पुणे के ससून जनरल अस्पताल के एक कर्मचारी और दो डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक अस्पताल के फोरेंसिक डिपार्टमेंट के हेड डॉक्टर अजय तावरे, CMO डॉ श्रीहरि हलनोर और अस्पताल का कर्मचारी अतुल घाटकांबळे है।

पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि आरोपी के ब्लड सैंपल को कचरे के डिब्बे में फेंक दिया गया था। आरोपी के नमूनों को किसी ऐसे व्यक्ति के नमूनों के साथ बदला गया था, जिसने अल्कोहल का सेवन नहीं किया था। फ़िलहाल, आरोपी की मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने वाले दोनों डॉक्टर और अस्पताल का एक कर्मचारी पुलिस की हिरासत में हैं।

महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल ने दोनों डॉक्टरों को नोटिस जारी कर सात दिन के अंदर जवाब मांगा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अगर मेडिकल काउंसिल दोनों डॉक्टरों को नाबालिग की रिपोर्ट बदलने का दोषी पाती है तो उनका मेडिकल लाइसेंस जीवन भर के लिए रद्द किया जा सकता है।

डॉक्टरों को रिश्वत की न्यायिक जांच के आदेश

न्यायिक मजिस्ट्रेट ए ए पांडे की अदालत ने पैसों के बदले सैंपल बदल कर आरोपी को बचाने की कोशिश करने वाले दोनों डॉक्टरों और अस्पताल के कर्मचारी को 30 मई तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। वहीं, अभियोजन पक्ष ने अदालत में कहा कि आरोपी के पिता ने दोनों में से किसी एक डॉक्टर को रिश्वत देकर रक्त के नमूने बदलने के लिए कहा था। पुलिस इस बारे में जांच कर रही है कि नमूनों को बदलने का निर्देश किसने दिया था।

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