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चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ और मायावती के चुनाव प्रचार पर लगाई रोक

लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर सभी राजनीतिक दल चुनावों में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। इसी बीच चुनाव आयोग भी नेताओं को कंट्रोल करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक रहा है

लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर सभी राजनीतिक दल चुनावों में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। इसी बीच चुनाव आयोग भी नेताओं को कंट्रोल करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक रहा है।

चुनाव आयोग का उत्तरप्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ और बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती पर चला डंडा। आयोग ने योगी आदित्यनाथ और मायावती के रोड शो और चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी है। चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ के चुनाव प्रचार और रोड शो पर 72 घंटे मायावती के चुनाव प्रचार और रैलियों पर 48 घंटे की रोक लगाई है। दोनों पर बैन कल सुबह 16 अप्रैल से शुरू होगा। दोनों के भाषणों में आपत्तिजनक बयान और आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के बाद की है करवाई।

आपको बता दें ,चुनाव आयोग सुप्रीम कोर्ट द्वारा यह पूछे जाने पर सख्त हुआ है कि अब तक विद्वेष फ़ैलाने वालों के खिलाफ आयोग ने क्या करवाई की है। सुप्रीम कोर्ट ने बहुजन समाजवादी पार्टी प्रमुख मायावती और सीएम योगी आदित्यनाथ के विद्वेष फ़ैलाने वाले भाषणों पर संज्ञान लिया था। अदालत ने जानना चाहा था की आयोग ने इन दोनों के खिलाफ अब तक क्या करवाई की है ?चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया रंजन गोगोई की खंडपीठ ने चुनाव प्रचार के दौरान जातिगत और धार्मिक भाषणों पर अंकुश लगाने के लिए आयोग के प्रतिनिधि को तलब किया था। जिसके बाद आज आयोग ने सख्त रूप अख्तियार किया है।

यूपी के सहारनपुर के देवबंद में महागठबंधन की रैली में बसपा प्रमुख मायावती ने ‘मुस्लिम शब्द का इस्तेमाल किया था। मायावती ने धार्मिक शब्द का इस्तेमाल करते हुए लोगों से वोट मांगे थे। मायावती ने अपने भाषण में कहा था,भाजपा को कांग्रेस नही हरा सकती। उसे सिर्फ महागठबंधन हरा सकता है। इसलिए मुस्लिम मतदाता कांग्रेस को वोट देकर उसे बर्बाद न करें। महागठबंधन को एकतरफा मतदान करें।

दूसरी तरफ योगी आदित्यनाथ ने मेरठ में विवादित ब्यान देते हुए कहा था कि अगर कांग्रेस,बीएसपी और एसपी को अली पर विश्वास है तो हमें बजरंग बलि पर विश्वास है।

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