Site icon www.4Pillar.news

ट्विटर को छोड़कर बाकी सभी सोशल मीडिया कंपनियों ने माने केंद्र सरकार के नए डिजिटल नियम

ट्विटर को छोड़कर बाकी सभी सोशल मीडिया कंपनियों ने माने केंद्र सरकार के नए डिजिटल नियम

फोटोः ट्विटर

केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए नए डिजिटल नियमों को लगभग सभी सोशल मीडिया कंपनियों ने मान लिया है। इसी क्रम में सभी सोशल मीडिया कंपनियों ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को जवाब भी भेज दिया है। हालांकि ट्विटर ने अब तक सरकार के डिजिटल नियमों को मानने की दिशा में अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

केंद्र सरकार के नए डिजिटल नियमों को लगभग सभी सोशल मीडिया कंपनियों ने मान लिया है। नए नियम 25 मई 2021 से लागू किए जा चुके हैं। लेकिन इनको माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर ने अब तक नहीं माना है या यूं कहें कि ट्विटर ने अब तक सरकार के डिजिटल नियमों को मानने की दिशा में अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

मीडिया सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार प्रमुख सोशल मीडिया कंपनियों ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी नियम 2021 के अनुसार अपने अनुपालन अधिकारी, नोडल संपर्क अधिकारी और शिकायत अधिकारी की जानकारी इलेक्ट्रॉनिक और आईटी मंत्रालय को दे दी है। इन कंपनियों में, टेलीग्राम, शेयरचैट , कू, लिंकडइन, फेसबुक , गूगल और व्हाट्सएप जैसी प्रमुख सोशल मीडिया कंपनियां शामिल हैं। इन सभी ने मंत्रालय के साथ नए नियमों के तहत मांगी जानकारी को साझा किया है। ट्विटर ने आईटी मंत्रालय द्वारा मांगी गई जानकारी को अभी तक शेयर नहीं किया है।

कू, गूगल, फेसबुक व्हाट्सएप ने नए नियमों के तहत सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से अपना ब्यौरा साझा कर दिया है। लेकिन ट्विटर अभी इन नए नियमों का पालन नहीं कर रहा है। सूत्रों के अनुसार ट्विटर ने अभी तक मंत्रालय को मुख्य अनुपालन अधिकारी का ब्यौरा नहीं दिया है। वहीं नोडल संपर्क अधिकारी और शिकायत अधिकारी के रूप में एक विधि कंपनी में काम करने वाले वकील का नाम दिया है।

सरकार के नए नियमों के तहत यह व्यक्ति सोशल मीडिया कंपनी का कर्मचारी होना चाहिए। जो भारत में कार्यरत हो । ज्यादातर सोशल मीडिया मंचों ने अपने मुख्य अनुपालन अधिकारी ,नोडल संपर्क अधिकारी और शिकायत अधिकारी का ब्यौरा आईटी मंत्रालय को भेज दिया है ।

भारत सरकार की तरफ से गुरुवार के दिन सख्त रुख अपनाए जाने के बाद ट्विटर ने अपने नोडल संपर्क व्यक्ति और  शिकायत अधिकारी के रूप में भारत ने एक निजी कंपनी के में काम करने वाले वकील का नाम दिया है। गुरुवार को सरकार ने कहा था कि ट्विटर भारत की छवि छवि को आघात पहुंचाने के लिए निराधार आरोप लगा रही है और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर अपनी शर्तें थोपने का प्रयास कर रही है। वहीं इससे पहले ट्विटर ने आरोप लगाया था कि दिल्ली पुलिस उसके दफ्तरों में आकर धमकाने का प्रयास कर रही है। सरकार और दिल्ली पुलिस ने इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है ।

Exit mobile version