हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर एकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें रिपब्लिक भारत टीवी पुरानी खबर को ब्रेकिंग न्यूज़ चला कर, मरकज जमाती मामले में लोगों को गुमराह कर रहा है।
टीआरपी का खेल
कोरोना वायरस महामारी की मार्च महीने में जैसे ही रफ्तार बढ़नी शुरू हुई वैसे ही कुछ टीवी चैनलों ने मुद्दे को डाइवर्ट करने की स्पीड बढ़ा दी। ये दोनों अभी भी जारी हैं। हालांकि, होना ये चाहिए था कि लोगों को COVID-19 के बारे में जागरूक किया जाए ,इलाज और रोकथाम के बारे में बताया जाए। लेकिन इसके विपरीत हो रहा है।
पत्रकार का मजेदार ट्वीट
कुछ दिन पहले जाने माने पत्रकार रणविजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा था ,” अच्छी खासी दाढ़ी आ गई है। कोई टीवी न्यूज़ वाला चाहे तो टोपी पहन कर गाली सुनने को तैयार हूं। बस पेमेंट सही होना चाहिए। ” उनका ये ट्वीट उन टीवी चैनलों के लिए है ,जो असल मुद्दों पर खबर न चलाकर कुछ दाढ़ी वालों को पैनल में बैठाकर टीआरपी बढ़ाते रहते हैं।
अब आते हैं असल मुद्दे पर. राष्ट्रीय टीवी चैनल रिपब्लिक भारत टीवी पर कई बार लोगों को गुमराह करने वाली और पार्टी विशेष के लिए खबरें चलाने का आरोप लग चूका है। अब फरीदाबाद पुलिस ने ऐसे ही एक मामले में टीवी चैनल को पुरानी खबर न चलाने और लोगों को गुमराह न करने के लिए कहा है।
@Republic_Bharat पर आज ब्रेकिंग न्यूज़ के रूप में खबर चलाई गई की, इंडोनेशिया व फिलिस्तीनी मरकज जमाती फरीदाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किए।ये12 मई को गिरफ्तार किए व 19 मई को कोर्ट से रिहा हो गये थे।कृप्या जानबूझकर पुरानी खबर को ब्रेकिंग के रूप मे चलाकर दर्शको को गुमराह ना करे।@ABPNews pic.twitter.com/JDtJ7Nfo74
— People’s Police – Faridabad Police (@FBDPolice) May 25, 2020
पुलिस की चैनल को नसीहत
फ़रदीबाद पुलिस ने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा ,” रिपब्लिक भारत पर आज ब्रेकिंग न्यूज़ के रूप में खबर चलाई गई ,इंडोनेशिया व फिलिस्तीनी मरकज जमाती फरीदाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किए। ये 12 मई को गिरफ्तार किए गए व 19 मई को कोर्ट से रिहा हो गए थे। कृपया जानबूझकर पुरानी खबर को ब्रेकिंग के रूप में चलाकर दर्शकों को गुमराह न करें। ” पुलिस ने ये ट्वीट एबीपी न्यूज़ को भी टैग किया। .
रिपब्लिक भारत टीवी की इस न्यूज़ के खिलाफ ट्विटर पर कई लोग एफआईआर करने की भी अपील कर रहे है।