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पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का 67 वर्ष की उम्र में निधन, लंबे समय से चल रही थी बीमार

पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार की रात को दिल का दौरा पड़ने से हुआ निधन। दिल्ली के एम्स अस्पताल में ली अंतिम सांस।

पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार की रात को दिल का दौरा पड़ने से हुआ निधन। दिल्ली के एम्स अस्पताल में ली अंतिम सांस।

सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 को हरियाणा के अंबाला छावनी में हुआ था। उन्होंने ने अंबाला के एसडी कॉलेज से बीए और पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से कानून में डिग्री हासिल की थी। सुषमा स्वराज के पिता हरदेव सिंह और मां लक्ष्मी देवी थी। उनकी एक पुत्री भी है जिसका नाम ‘बांसुरी’ है और वह लंदन के ‘इनर टेम्पल’ में वकालत कर रही हैं।

अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद सुषमा स्वराज ने जय प्रकाश नारायण आंदोलन में सक्रिय भागीदारी की। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के समय में आपातकाल का पुरजोर विरोध करने के बाद वे सक्रिय राजनीति में जुड़ गई। नौ बार सांसद रह चुकी सुषमा स्वराज साल 2014 में पहली महिला विदेश मंत्री बनी। हालांकि इंदिरा गांधी दो बार कार्यवाहक विदेश मंत्री रही।

आपातकाल खत्म होने के बाद सुषमा स्वराज जनता पार्टी में शामिल हो गई। 1977 में उन्होंने हरियाणा के अंबाला छावनी विधान सभा से चुनाव जीता। तब उन्होंने सबसे कम उम्र 25 साल में कैबिनेट मंत्री बनने का रिकॉर्ड बनाया था। अटल बिहारी बाजपेयी के कार्यकाल में सुषमा स्वराज 19 मार्च 1998 से 12 अक्टूबर 1998 तक सूचना एवं प्रसारण मंत्री रही। साल 2000 में वे उत्तर प्रदेश से राज्य सभा की सदस्य भी रही। साल 2003 में उन्हें स्वास्थ्य ,परिवार कल्याण और संसदीय मामलों का मंत्री बनाया गया। साल 2014 में सुषमा स्वराज में मध्य प्रदेश के विदिशा से दोबारा लोक सभा चुनाव जीती। इस बार उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में पहली महिला विदेश मंत्री बनाया गया।

सुषमा स्वराज भारतीय जनता पार्टी की पहली महिला राष्ट्रीय प्रवक्ता बनी। वे बीजेपी की पहली महिला कैबिनेट मंत्री बनी। सुषमा स्वराज दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी और सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार पाने वाली पहली महिला बनी।

सुषमा स्वराज के निधन ने देशभर में शोक का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके अकस्मात निधन पर शोक जताते हुए ट्वीटर पर लिखा ,” भारतीय राजनीति के एक गौरवशाली अध्याय के अंत हो गया है।” प्रधानमंत्री ने सुषमा स्वराज के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताया। सुषमा स्वराज के निधन पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी,दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित तमाम राजनितिक हस्तियों ने गहरा शोक व्यक्त किया।

सुषमा स्वराज का अंतिम संस्कार लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में पुरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।

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