उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमती नगर स्थित जानकी मंदिर में चार साधुओं ने एक साध्वी को नशीला पदार्थ खिलाकर सामूहिक दुष्कर्म किया है। जब साध्वी ने इसकी शिकायत मंदिर के महंत हनुमान दास से की तो उसने कहा कि यहां रहना है तो सब सहना पड़ेगा। फिर साध्वी ने चारों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराई। आरोपी फरार चल रहे हैं।
घटना चार अक्टूबर की
गोमती नगर के जानकी मंदिर आश्रम में चार साधुओं ने एक साध्वी के साथ नशीला पदार्थ खिलाकर गैंगरेप किया है। घटना चार अक्टूबर की है। साध्वी का आरोप है कि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद उसे जान से मारने की धमकी दी गई। जिसके बाद उसने मंदिर के महंत हनुमान दास से शिकायत की। हनुमान दास ने उसे कहा कि यहां रहना है तो ये सब सहना पड़ेगा। गोमतीनगर पूर्वी एडीसीपी का कहना है कि साध्वी द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।
साध्वी ने सुनाई आपबीती
प्रयागराज के करछना की रहने वाली साध्वी ने बताया कि इससे पहले वह मथुरा के रुक्मणि विहार आश्रम में रहती थी। वह एक साल पहले प्रयागराज के माघ मेले में गई थी। जहां उसकी मुलाकात एक साधिका से हुई थी। साधिका के कहने पर ही वह गोमतीनगर स्थित जानकी मंदिर में आई थी।
चार साधकों ने किया रेप
साध्वी ने आरोप लगाया कि चार अक्टूबर को साधक दुर्वासा ने खाने में नशीला पदार्थ दे दिया था। जिसके बाद बेसुध होने पर उसके साथ दुर्वासा , छोटे-बड़े मौनी और मोहन दास ने दुष्कर्म किया। देर रात होश में आने के बाद उसने खुद को निर्वस्त्र पाया। चारों आरोपित भी उसके पास खड़े थे। जब उसने शौर मचाने की कोशिश की तो चारों ने उसे जान से मारने की धमकी दी।
सहना पड़ेगा
पीड़ित साधिका ने आरोप लगाया कि जब उसने इस बारे मंदिर के महंत हनुमान दास से शिकायत की तो उसने भी उन चारों का पक्ष लिया। महंत ने साध्वी को कहा कि अगर यहां रहना है तो यह सबकुछ सहना पड़ेगा गोमती नगर थाना निरीक्षक दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि यह घटना चार अक्टूबर की है और अब रविवार के दिन पीड़िता की तरफ से शिकायत मिली है। चारों आरोपी आश्रम में नहीं मिले हैं। उनकी तलाश की जा रही है।