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ट्रांसफर का अर्धशतक पार कर चुके आईएएस अधिकारी अशोक खेमका बोले एक बार और सही

रोबर्ट वाड्रा जमीन सौदे के कारण चर्चा में आये आईएएस अधिकारी अशोक खेमका एक बार और हुआ ट्रांसफर। रविवार को हरियाणा सरकार ने 1991 बैच के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका समेत नौ अन्य का तुरंत प्रभाव से किया ट्रांसफर

आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने किया तबादले के अर्धशतक पार

ट्रांसफर कई बार सहा,एक बार और सही:खेमका

रोबर्ट वाड्रा जमीन सौदे के कारण चर्चा में आये आईएएस अधिकारी अशोक खेमका एक बार और हुआ ट्रांसफर। रविवार को हरियाणा सरकार ने 1991 बैच के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका समेत नौ अन्य का तुरंत प्रभाव से किया ट्रांसफर।

अशोक खेमका को खेल एवम युवा मामलों के सचिव पद से हटाकर विज्ञान और प्रौधोगिकी के प्रधान सचिव का पदभार सौंपा गया है।इस पद पर उन्हें पहले भी तैनात किया जा चूका है।आईएएस अधिकारी अशोक खेमका को 15 महीने पहले खेल एवम युवा मामलों के सचिव पद पर तैनात किया गया था। इस ट्रांसफर के साथ अशोक खेमका का उनकी 27 साल की सर्विस में ये 52वां ट्रांसफर हो गया है।

इस ट्रांसफर के बाद अशोक खेमका ने ट्विटर के माध्यम से अपनी बात रखी।वरिष्ठ अधिकारी अशोक खेमका ने अपने ट्रांसफर को लेकर लोगों के सवालों का जवाब देते हुए कहा,किसके हितों की रक्षा करूं?तुम्हारा या उनका जिनका आप प्रतिनिधित्व का दावा करते हैं?दम्भ है हमे पैरों तले रौंदेंगे।शौक से,कई बार सहा है,एक बार और सही।

गौरतलब है,91 के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका का ट्वीट उनके रविवार को हुए ट्रांसफर के दो दिन बाद मंगलवार को आया है।

अशोक खेमका 1991 बैच के हरियाणा काडर के आईएएस अधिकारी हैं।अब तक उनका 51 बार तबादला हो चूका है।ये उनका 52वां तबादला है।अशोक खेमका सोनिया गाँधी के दामाद और प्रियंका गांधी के पति रोबर्ट वाड्रा की गुरुग्राम में जमीन के सौदे की जांच के कारण सुर्ख़ियों में रहे हैं।बताया जाता है कि अशोक खेमका ट्रांसफर के बाद जिस भी विभाग में जाते हैं वहीं घोटालों को उजागर करते हैं।जिसके चलते उन्हें अक्सर तबादला मिलता है।

Who is Ashok Khemka ?

अशोक खेमका,हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के शासनकाल में कई घोटालों का पर्दाफाश क़र चुके हैं।खेमका का जन्म पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुआ है।1988ें में खेमका ने आईआईटी खड़गपुर से बीटेक किया।उन्होंने कंप्यूटर साइंस में पीएचड़ी भी की हुई है।उनके पास बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में एमबीए की डिग्री भी है।डीएलएफ लैंड डील के खुलासे के बाद तत्कालीन हुड्डा सरकार ने उनका तबादला वर्ष 2014 में परिवहन विभाग में कर दिया था।

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