आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने ट्विटर पर सीबीआई की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए पिछले सालों के काम का हिसाब देने की बात कही है। उनका ये ट्वीट खूब वायरल हो रहा है।
अपनी ईमानदारी और तबादलों के लिए मशहूर हरियाणा कैडर के 1991 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी अशोक खेमका ने एक ट्वीट कर सीबीआई की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। आईएएस अधिकारी ने अपने ट्वीट में सीबीआई के सालाना बजट और पिछले वर्षों के काम का हिसाब देने का जिक्र किया है।
CBI का सालाना बजट 800 करोड़ रुपये। किसे सजा हुई, कौन बरी हुआ, किसे लटकाया, जवाबदेही कैसे तय हो? पिछले सालों का ही हिसाब कर लो। किस बड़े आदमी की सजा हुई? हाथी के दांत दिखाने के कुछ और खाने के कुछ और होते हैं।
— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) August 31, 2020
IAS अधिकारी अशोक खेमका ने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा,” सीबीआई का सालाना बजट 800 करोड़ रूपये है। किसे सजा हुई कौन बरी हुआ ,किसे लटकाया गया, जवाबदेही कैसे तय हो ? पिछले सालों का हिसाब कर लो। किस बड़े आदमी की सजा हुई ? हाथी के दांत दिखाने के कुछ और खाने के कुछ और होते हैं। ” श्री खेमका का ये ट्वीट खूब वायरल हो रहा है। लोग उनके ट्वीट पर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं।
Sir same argument also applicable for CAG also. Any recovery made or anyone reprimanded for any irregularity highlighted.
— Manoranjan Acharya (@acharya_manu) August 31, 2020
अशोक खेमका के ट्वीट के रिप्लाई में मनोरंजन आचार्य नाम के एक ट्वीटर यूजर ने लिखा ,” CAG के लिए भी यही तर्क लागू होता है। किसी भी अनियमितता को उजागर करने के लिए की गई कोई भी वसूली या किसी को फटकार। ” जिसका जवाब देती हुए आईएएस अधिकारी ने लिखा ,” ऑडिट रिपोर्ट परकार्रवाई विधानमंडल की एक समिति द्वारा पर्यवेक्षण कार्यकारी का कर्तव्य है। ”
एक अन्य ट्वीटर यूजर मोहम्मद युसूफ ने आईएएस अधिकारी के ट्वीट के रिप्लाई में लिखा ,” सीबीआई रूलिंग पार्टी के नेताओं के लिए एक आत्मरक्षक दस्ता है। सिर्फ अपने दुश्मनों को काबू करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, न कि उनको सजा देने में,यही सत्य है। ” एक अन्य ने लिखा ,” सीबीआई सरकारी तोता है जो सरकार के सह पर काम करती है, सजा से क्या लेना देना। ” इस तरह के और भी बहुत सारे कमेंट, आईएएस अधिकारी के ट्वीट में देखे जा सकते हैं।