भगवान राम और सीता पर एक टिपण्णी करने के बाद पूर्व आईएएस विकास दिव्यकीर्ति चर्चा का विषय बने हुए हैं। आइए जानते हैं कौन हैं दृष्टि आईएएस कोचिंग सेंटर के फाउंडर डॉ विकास दिव्यकीर्ति।
आदिकवि महाऋषि बाल्मीकि के पौराणिक ग्रंथ पर रामायण पर आधारित एक टिपण्णी को लेकर पूर्व आईएएस विकास दिव्यकीर्ति का नाम सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। कुछ लोग उनके सपोर्ट में तो कुछ विरोध में अपने अपने विचार रख रहे हैं। भारत के लोकप्रिय अध्यापकों में से एक विकास दिव्यकीर्ति एक ब्यान के बाद विवादों में आ गए हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पर लोग कोचिंग इंस्टिट्यूट ‘दृष्टि आईएएस’ को बैन करने की मांग कर रहे हैं।
क्या है मामला ?
सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि आखिरकार क्यों विकास दिव्यकीर्ति को निशाना बनाया जा रहा है। दरअसल साध्वी प्राची ने बैन दिव्य आईएएस हैशटैग के साथ विकास दिव्यकीर्ति का एक अधूरा वीडियो शेयर किया है। जिसके बाद जो बातें कही जा रही हैं ,वो हिंदू धर्म, भगवान राम और सीता के अपमान की बताई जा रही हैं।
आरआरएस नेता साध्वी प्राची द्वारा शेयर किए गए वीडियो में विकास दिव्यकीर्ति को संस्कृत के एक लेखक को कोट करते हुए सुना जा सकता है। जिसमें डॉ विकास कहते हैं ,” हे सीते ! अगर तुम्हे लगता है कि ये युद्ध मैंने तुम्हारे लिए लड़ा है। तो ये तुम्हारी गलफहमी है। ये युद्ध मैंने अपने कुल और सम्मान के लिए लड़ा है। रही तुम्हारी बात , जैसे कुत्ते के चाटे जाने के बाद घी भोजन के योग्य नहीं रह जाता है ,वैसे ही अब तुम मेरे योग्य नहीं हो। ” विकास के इस वीडियो पर विवाद खड़ा हो गया है।
कौन हैं विकास दिव्यकीर्ति ?
विकास दिव्यकीर्ति का जन्म 26 दिसंबर 1973 को हरियाणा के भिवानी जिला में हुआ था। उनके पिता हिंदी साहित्य के प्रोफेसर रहे हैं। उनकी माता जी एक स्कूल टीचर रही है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल से की है।विकास ने अपने करियर की शुरुआत बतौर अध्यापक की थी। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाया।
1996 में UPSC परीक्षा पास कर वह आईएएस अधिकारी बन गए। उनकी पोस्टिंग गृह मंत्रालय में हुई थी। हालांकि , एक साल तक आईएएस पद पर नौकरी करने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। वर्ष 1999 में डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति ने दृष्टि आईएएस कोचिंग इंस्टिट्यूट की नींव रखी। जोकि आज पुरे देश में मशहूर है। उनके वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत पसंद किए जाते हैं।