एक बार फिर देश में कोरोना संक्रमण मामलो के बढ़ने की वजह से अर्थात कोवीड की दूसरी लहर की वजह से वेंटिलेटर की मांग बढ़ने लगी है ।
कोविड-19 की दूसरी लहर और भी खतरनाक है । अब मरीज को पहले की मुताबिक कम समय में ही वेंटिलेटर की आवश्यकता पड़ती है । पहले मरीज को वेंटिलेटर की आवश्यकता कोरोना संक्रमित होने की 10 से 15 दिन बाद पड़ती थी। लेकिन अब 5 दिन के अंदर ही वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है ।
वडोदरा स्थित max वेंटिलेटर की मुख्य कार्यपालक अधिकारी अशोक पटेल ने pti भाषा को बताया की पहले उनकी वेंटिलेटर उत्पादन क्षमता बहुत कम थी , जिसे अब 400 वेंटिलेटर तक बढ़ाया गया है ।
उन्होंने बताया की मार्च 2020 तक उनके वेंटिलेटर बनाने क्षमता 20 यूनिट प्रति माह थी । जिसे अब उन्होंने बढ़ाकर 1000 वेंटिलेटर प्रति माह कर दिया है ।
वहीँ कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों के बारे में बात करें तो स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की 9 अप्रैल शुक्रवार सुबह की रिपोर्ट के अनुसार देश भर में इस साल के सबसे ज्यादा मामले पिछले 24 घंटे में आए हैं ।
स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार भारत में पिछले 24 घंटे में 1,31,968 नए कोरोना केस दर्ज किए गए हैं । इन्ही 24 घंटे में 780 मरीजों की मौत हो चुकी है और 61,899 मरीज रिकवर हुए हैं ।
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 1,30,60,542 है । जिसमें से 1,19,13,292 मरीज ठीक होकर अस्तपाल से डिस्चार्ज हो चुके हैं । वहीँ सक्रिय मामलों की संख्या 9,79,608 है ।देश भर में कोरोना वायरस महामारी के कारण अब तक 1,67,642 मरीजों की मौत हो चुकी है ।