महाराष्ट्र के माजलगांव मैं तैनात पुलिस कांस्टेबल ललित साल्वे ने कहा,” मुझे तीन चरणों में सेक्स चेंज सर्जरी के बाद पुनर्जन्म मिला है। मैंने अपनी शादी के बाद एक नया जीवन शुरू किया है। अब मैं खुशी से रहूंगा। मेरे परिवार के सदस्य और रिश्तेदार मेरी शादी से खुश है।”
Lalita से Lalit Salve बने पुलिस कांस्टेबल ने रचाई शादी
साल 2014 में ट्रांससेक्सुअल लिंग के कारण वह सदमे में चली गई थी। उनके जीन में वाइ स्टेटस होने की वजह से वह पुरुषों के बदले महिलाओं के प्रति आकर्षित होने लगी थी। कई टेस्ट करने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें 2016 में स्थाई उपाय के तहत सेक्स चेंज सर्जरी करवाने की सलाह दी। पुलिस फाॅर्स में शामिल होने के बाद उन्होंने राज्य पुलिस विभाग से संपर्क किया था ताकि वह सेक्स सर्जरी से गुजर सकें।
पुलिस विभाग ने जब उनकी याचिका को ठुकरा दिया था क्योंकि पुरुषों और महिलाओं के कांस्टेबल के लिए पात्रता मानदंड अलग-अलग होते हैं, जिनमें ऊंचाई और वजन शामिल है। कांस्टेबल ललिता ने 1 महीने की छुट्टी के लिए आवेदन किया था ताकि वह सेक्स रिअसाइनमेंट सर्जरी करवा सके । लेकिन बीड पुलिस अधिकारियों ने उनकी इस एप्लीकेशन को रिजेक्ट कर दिया था।
जिसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट से संपर्क किया। हाईकोर्ट ने ललिता साल्वे को महाराष्ट्र प्रशासनिक ट्रिब्यूनल से संपर्क करने का निर्देश दिया था। क्योंकि यह सेवा का मामला था ललित को बाद में गृह विभाग द्वारा सेक्स चेंज करने के लिए छुट्टी दे दी थी।
Lalita से Lalit Salve बने
ललिता से ललित बने पुलिस कांस्टेबल जिन्होंने 1 साल पहले सेक्स चेंज सर्जरी करवाई थी। अब उन्होंने 16 फरवरी को एक महिला से शादी कर ली है। ललिता से ललित बने कांस्टेबल साल्वे की यात्रा कानूनी लड़ाई से भरी थी। उन्होंने 2 मई 2018 में मुंबई के राजकीय सेंट जॉर्ज अस्पताल में सेक्स रिअसाइनमेंट की सर्जरी करवाई थी।
इसके बाद दूसरे और तीसरे चरण के ऑपरेशन करवाने के बाद बीड़ जिले के माजलगांव तहसील के राजेगांव गांव के निवासी 30 वर्षीय ललित साल्वे ने आखिरकार एक नई पहचान और नाम हासिल कर लिया है। ललिता से ललित बने साल्वे को महाराष्ट्र पुलिस बल में एक पुरुष कांस्टेबल को के रूप में लाभ मिलना शुरू हो गया है। ललित ने एक छोटे से समारोह में रविवार को औरंगाबाद शहर में एक महिला से शादी कर ली है।