DRDO scientist Pradeep Kurulkar Arrest :महाराष्ट्र एटीएस ने करीब दो महीने पहले डीआरडीओ वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर को हनी ट्रैप के मामले में गिरफ्तार किया था। अब ATS ने भारतीय रक्षा अनुसंधान संगठन के वरिष्ठ वैज्ञानिक के बारे में कई चौकाने वाले खुलासे किए हैं।
महाराष्ट्र आतंवाद रोधी दस्ते ने अपनी 1800 पन्नों की चार्जशीट में डीआरडीओ के वैज्ञानिक और पाकिस्तान की एजेंट के बीच हुए सभी संदेशों के आदान प्रदान का विवरण बताया है।
गुप्त जानकारियां लीक
लीक हुई गुप्त सूचनाओं में प्रदीप कुरुलकर द्वारा ब्रह्मोस मिसाल, अग्नि 6 मिसाइल का लांचर, जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, मेंटर मिसाइल, मानव रहित हवाई यान ( UAV ) और राफेल सहित महत्वपूर्ण जानकारियां पाक एजेंट के साथ साझा की गई।
कब हुई लीक ?
ये जानकारियां जून 2022 से लेकर दिसंबर 2022 तक दी गई। चार्जशीट में कहा गया कि प्रदीप कुरुलकर ने अपने दो साथी वैज्ञानिकों के मोबाइल नंबर भी पाकिस्तानी एजेंट को दिए। इस मामले में एटीएस की टीम को पता चला कि कुरुलकर ने उन्हें जो लैपटॉप और मैकबुक सौंपा था, उसमें कोई प्रासंगिक जानकारी नहीं थी। एटीएस ने कहा कि डीआरडीओ ने अनजाने में ही किसी और का लैपटॉप एटीएस टीम को सौंपा था।
वायुसेना में सेंध
एटीएस को आगे की जांच में पता चला कि पाक ऑपरेटिव एजेंट बेंगलुरु यूनिट में तैनात भारतीय वायुसेना के एक कर्मी के संपर्क में थी, जिसने प्रदीप कुरुलकर के साथ बात करने के लिए भारतीय मोबाइल नंबर एजेंट को दिया था। इस मामले में गवाह के तौर पर एयर फोर्स कर्मी का ब्यान दर्ज किया गया है।
बेब
महाराष्ट्र एटीएस के अनुसार, प्रदीप कुरुलकर पाक एजेंट के साथ हुइ बातचीत में अपने दैनिक कार्यों और कामकाज के बारे में विस्तार से बताता था। दोनों एक दूसरे को ‘बेब’ कहते थे। बातचीत के दौरान पाकिस्तानी एजेंट जारा दासगुप्ता रोबोटिक प्रोग्राम के बारे में जानकारी हासिल करने में कामयाब रही।
चार्जशीट के अनुसार, प्रदीप कुरुलकर पाकिस्तानी एजेंट ‘जारा दासगुप्ता’ के साथ शारीरिक संबंध बनाना चाहता था। जिसके लिए उसने कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। वहीं, प्रदीप का विश्वास जीतने के लिए पाकिस्तानी एजेंट ने उसको ईमेल आईडी और उसका पासवर्ड दे दिया था ताकि विवरण को अपलोड किया जा सके।
न्यूड फोटो
जाँच में पाया गया कि लड़की ने प्रदीप को कुछ ऐप डाउनलोड करने के लिए राजी कर लिया था। जिसके कारण उसके फोन में मालवेयर वायरस इंस्टाल हो गया था। इस ऐप्स से फोन का डाटा इकट्ठा किया गया था ताकि बाद में पाकिस्तान में इस्तेमाल किया जा सके। जांच में पाया गया कि दोनों के बीच पैसों का कोई लेन-देंन नहीं हुआ। कुरुलकर ने सिर्फ न्यूड फोटोज और वीडियो के बदले में संवेदनशील जानकारियां साझा की।